अश्विनी लोहानी फिलहाल एयर इंडिया के सीएमडी हैं, अब उन्हें रेलवे बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
मंगलवार की रात को कैफियत एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एके मित्तल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनके स्थान पर अश्विनी लोहानी को बोर्ड का नया अध्यक्ष बनाया गया है. लोहानी फिलहाल एयर इंडिया के सीएमडी हैं. इसके अलावा वे आईटीडीसी के भी चेयरमैन रह चुके हैं. लोहानी दिल्ली में रेल म्यूजियम के निदेशक के रूप में भी काम कर चुके हैं.
अश्विनी लोहानी 4 इंजीनियरिंग डिग्री ले चुके हैं. इनमें मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग शामिल हैं. वे मध्य प्रदेश टूरिज्म डेवेलपमेंट कॉरपोरेशन के भी कमिश्नर और प्रबंध निदेशक भी रहे हैं.
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बता दें कि आजमगढ़ से दिल्ली आ रही 12225 (अप) कैफियत एक्सप्रेस औरैया के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई. मानव रहित फाटक पर फंसे एक डंपर में ट्रेन के टकराने से 12 डिब्बे पटरी से उतर गए. इस हादसे में 74 लोग घायल हुए. यह हादसा अछल्दा और पाता रेलवे स्टेशन के बीच मंगलवार की रात 2 बजकर 50 मिनट पर हुआ. इससे पहले पिछले ही हफ्ते 19 अगस्त को ही पुरी से हरिद्वार जा रही उत्कल एक्सप्रेस भी मुजफ्फरनगर खतौली में पटरी से उतर गई थी जिसमें 23 यात्रियों की मौत हुई और 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. इस घटना में रेलवे की लापरवाही सामने आई थी.
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बार-बार हादसों के शिकार हो रही रेलवे के बोर्ड से चेयरमैन एके मित्तल का इस्तीफा इन्हीं वजहों से जोड़कर देखा जा रहा है. हालांकि मित्तल ने लिखा है कि वे निजी कारणों से इस्तीफा दिया है. बता दें कि उनको 2 साल का एक्सटेंशन दिया गया था और उनके कार्यकाल का एक साल ही बचा था.
VIDEO: अश्विनी लोहानी बने रेलवे बोर्ड के नए चेयरमैन
उधर, लगातार हो रहीं रेल दुर्घटनाओं पर रेल मंत्री समेत रेलवे के आला अधिकारियों को आलोचनाओं का शिकार होना पड़ रहा है. एक ही हफ्ते में दो रेल दुर्घटनाओं के बाद से भारतीय रेलवे विभाग सबके निशाने पर है. चर्चा है कि सुरेश प्रभु की भी रेल मंत्री पद से छुट्टी हो सकती है.
अश्विनी लोहानी 4 इंजीनियरिंग डिग्री ले चुके हैं. इनमें मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग शामिल हैं. वे मध्य प्रदेश टूरिज्म डेवेलपमेंट कॉरपोरेशन के भी कमिश्नर और प्रबंध निदेशक भी रहे हैं.
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बता दें कि आजमगढ़ से दिल्ली आ रही 12225 (अप) कैफियत एक्सप्रेस औरैया के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई. मानव रहित फाटक पर फंसे एक डंपर में ट्रेन के टकराने से 12 डिब्बे पटरी से उतर गए. इस हादसे में 74 लोग घायल हुए. यह हादसा अछल्दा और पाता रेलवे स्टेशन के बीच मंगलवार की रात 2 बजकर 50 मिनट पर हुआ. इससे पहले पिछले ही हफ्ते 19 अगस्त को ही पुरी से हरिद्वार जा रही उत्कल एक्सप्रेस भी मुजफ्फरनगर खतौली में पटरी से उतर गई थी जिसमें 23 यात्रियों की मौत हुई और 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. इस घटना में रेलवे की लापरवाही सामने आई थी.
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बार-बार हादसों के शिकार हो रही रेलवे के बोर्ड से चेयरमैन एके मित्तल का इस्तीफा इन्हीं वजहों से जोड़कर देखा जा रहा है. हालांकि मित्तल ने लिखा है कि वे निजी कारणों से इस्तीफा दिया है. बता दें कि उनको 2 साल का एक्सटेंशन दिया गया था और उनके कार्यकाल का एक साल ही बचा था.
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उधर, लगातार हो रहीं रेल दुर्घटनाओं पर रेल मंत्री समेत रेलवे के आला अधिकारियों को आलोचनाओं का शिकार होना पड़ रहा है. एक ही हफ्ते में दो रेल दुर्घटनाओं के बाद से भारतीय रेलवे विभाग सबके निशाने पर है. चर्चा है कि सुरेश प्रभु की भी रेल मंत्री पद से छुट्टी हो सकती है.
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