क्यों खास हैं अरविंद केजरीवाल के क्लर्क, ड्राइवर और चपरासी

क्यों खास हैं अरविंद केजरीवाल के क्लर्क, ड्राइवर और चपरासी

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

कोई भी नौकरी पाने के लिए पहले जरूरी योग्यता की शर्त होती है, फिर उसे नौकरी मिलती है, लेकिन अगर नौकरी पहले दे दी जाए और जरूरी योग्यता बाद में पूरी करने का वक्त दिया जाए तो इसे आप क्या कहेंगे?
 
दिल्ली सरकार में कुछ नियुक्तियां इसी आधार पर की गई हैं। दिल्ली सरकार ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दो ड्राइवरों के लिए इस शर्त को उलट दिया। ड्राइवरों को सालभर के भीतर दसवीं पास करना होगा और गाड़ी चलाने के लिए तीन महीने में कामर्शियल लाइसेंस लेना होगा।

इसी तरह एक शख्स को क्लर्क बनाया गया है। उन्हें भी सालभर का वक्त टाइपिंग सीखने के लिए दिया गया। यही नहीं दो चपरासियों को भी नियुक्त किया गया है। इन्हें भी एक-एक साल में दसवीं पास करना जरूरी है।

बीजेपी के विधायक ओम प्रकाश शर्मा ने लिखित तौर पर विधानसभा में ये सारी जानकारी मांगी थी। अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री बनने के बाद 199 अधिकारी और कर्मचारियों को या तो नियुक्त किया गया है या दूसरे विभागों से प्रति नियुक्ति की गई है, जबकि मुख्यमंत्री कार्यालय में 21 कर्मचारियों की नियुक्ति हो सकती है।

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जानकार कहते हैं कि इस तरह की नियुक्ति कोई नई नहीं है दूसरे मुख्यमंत्री भी करते रहते हैं, लेकिन अरविंद केजरीवाल दूसरी पार्टियों से अलग चलने की राजनीति करने का दावा कर रहे हैं। इसी के चलते उनके विरोधी उनकी छोटी-छोटी बातों की भी आलोचनाएं चटखारे लेकर करते हैं।