वित्त मंत्रालय ने अपनी मासिक आर्थिक रिपोर्ट में कहा है कि कोविड-19 वैक्सीन की मंजूरी से स्वास्थ्य और आर्थिक मोर्चे पर आशावाद को बल मिला है. रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘त्योहारी मौसम और सर्दियों के मौसम की शुरुआत के बावजूद कोविड-19 के प्रभावी प्रबंधन, उच्च आवृत्ति संकेतकों में लगातार सुधार और वी-आकार के उभार के साथ ही लॉकडाउन के प्रतिबंधों में ढील दिए जाने से भारतीय अर्थव्यवस्था कोरोना वायरस महामारी का मुकाबला कर सकी.'' रिपोर्ट में आगे कहा गया कि नए साल की शुरुआत लंबे समय से प्रतीक्षित कोविड-19 वैक्सीन की मंजूरी और विभिन्न देशों में टीकाकरण की शुरुआत के साथ हुई.
वित्त मंत्रालय की दिसंबर की मासिक आर्थिक समीक्षा में कहा गया, ‘‘दुनिया भर में मामलों में बढ़ोतरी और नए स्ट्रेन की आशंका के बावजूद इससे स्वास्थ्य और आर्थिक मोर्चे, दोनों पर आशावाद को बल मिला.'' रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में साप्ताहिक और दैनिक संक्रमण के मामलों में कमी आई है और वह कोविड की गति को झुकाने में सफल रहा है, यानी बीमारी का असर घटने की शुरुआत हो चुकी है.
रिपोर्ट में हालांकि ब्रिटेन में सामने आए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को लेकर चिंता भी जताई गई. शारीरिक दूरी दिशानिर्देशों को लेकर कमजोरी को लेकर भी रिपोर्ट में चिंता जताई गई है. इसमें कहा गया है कि कोविड-19 को उचित व्यवहार, सतर्कता और निगरानी को बनाये रखने की जरूरत है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं