वाइस एडमिरल करमबीर सिंह को नया नौसेना प्रमुख बनाए जाने को लेकर अंडमान निकोबार कमांड के चीफ वाइस एडमिरल बिमल वर्मा ने एक बार फिर आर्म्ड फोर्सेज टिब्यूनल में याचिका दायर कर दी है. एडमिरल वर्मा का कहना है कि उनकी वरिष्ठता को नजरअंदाज कर उनके जूनियर को सरकार नया नौसेना प्रमुख सरकार बनाने जा रही है. गुरुवार को सुबह 10.30 बजे ट्रिब्यूनल में इस मामले की सुनवाई होगी.
इससे पहले भी वाइस एडमिरल वर्मा ट्रिब्यूनल गए थे. उन्होंने ट्रिब्यूनल की सलाह पर अपनी याचिका वापस ले ली थी. उसके बाद उन्होंने रक्षा मंत्रालय में 11 अप्रैल को नेवी एक्ट के तहत सरकार के फैसले के खिलाफ वैधानिक शिकायत दायर की, लेकिन दस दिन बीत जाने के वावजूद अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है. इस वजह से वाइस एडमिरल वर्मा दोबारा ट्रिब्यूनल पहुंच गए हैं.
मौजूदा नौसेना प्रमुख एडिमरल सुनील लांबा 31 मई को रिटायर हो रहे हैं. उसके बाद ही वाइस एडमिरल करमबीर सिंह को नौसेना प्रमुख का पदभार संभालना है. वैसे सेना में अमूनन वरीष्ठता के आधार पर ही चीफ बनाया जाता है लेकिन मौजूदा सरकार ने दिसंबर 2016 में थल सेना प्रमुख के तौर जनरल बिपिन रावत को नियुक्ति की जबकि उनसे दो वरिष्ठ लेफ्टिनेंट जनरल मौजूद थे.
सेना के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अफसर ने चीफ की नियुक्ति के मसले पर सरकार के फैसले को कोर्ट में चुनौती दी है.
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