नई दिल्ली:
30 मई को रिटायर हो रहे सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने एनडीटीवी से ख़ास बातचीत में कहा कि पूरा कार्यकाल क्रियाकलापों से भरा रहा है। कुछ विवाद उठे लेकिन मेरी तरफ से नहीं बल्कि कुछ और लोगों की तरफ से।
सेनाध्यक्ष ने कहा कि सेना राजशाही नहीं है जो चाहे वो मुखिया बन जाए। सेनाध्यक्ष ने एनडीटीवी से अपनी ख्वाहिश के बारे में बताते हुए कहा कि उनकी इच्छा थी कि वह अपने पिता से भी बड़ा पद हासिल करें। रक्षा मंत्री के बारे में आर्मी चीफ ने कहा कि वह एक ईमानदार व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा कि अगर उनके और सरकार के बीच मतभेद भी थे तो सेनाध्यक्ष होने के नाते उन्होंने साफगोई और सच को सरकार के सामने रखने की कोशिश की।
सेनाध्यक्ष ने कहा कि सेना राजशाही नहीं है जो चाहे वो मुखिया बन जाए। सेनाध्यक्ष ने एनडीटीवी से अपनी ख्वाहिश के बारे में बताते हुए कहा कि उनकी इच्छा थी कि वह अपने पिता से भी बड़ा पद हासिल करें। रक्षा मंत्री के बारे में आर्मी चीफ ने कहा कि वह एक ईमानदार व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा कि अगर उनके और सरकार के बीच मतभेद भी थे तो सेनाध्यक्ष होने के नाते उन्होंने साफगोई और सच को सरकार के सामने रखने की कोशिश की।