OROP की मांग को लेकर पूर्व सैन्यकर्मियों का प्रदर्शन आज 76 वें दिन में प्रवेश कर गया
नई दिल्ली:
'वन रैंक वन पेंशन' को जल्द से जल्द लागू करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे एक रिटायर्ड सैन्य हवलदार की हालत बिगड़ने के बाद उन्हें आर्मी हॉस्पिटल ले जाया गया।
यूनाइटेड फ्रंट ऑफ एक्स-सर्विसमेन के एक अधिकारी ने बताया, 'हवलदार अभिलाष सिंह को अस्पताल ले जाया गया है। वह क्रमिक भूख हड़ताल पर थे।' सिंह से पहले आमरण अनशन कर रहे चार अन्य को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ओआरओपी को लेकर गतिरोध जारी रहने के बीच पूर्व सैन्यकर्मियों का प्रदर्शन आज 76 वें दिन में प्रवेश कर गया। सरकार ने ओआरओपी लागू करने के लिए कुछ और समय की मांग की है।
ओआरओपी के लागू होने से तकरीबन 22 लाख रिटायर्ड सैन्यकर्मी और छह लाख से अधिक सैनिकों की विधवाएं तत्काल लाभान्वित होंगी। इसके तहत समान रैंक और समान सेवा अवधि से सेवानिवृत्त होने वाले सैन्यकर्मियों के लिए एक समान पेंशन की मांग की जा रही है, भले ही उनकी सेवानिवृत्ति की तारीख कुछ भी हो।
यूनाइटेड फ्रंट ऑफ एक्स-सर्विसमेन के एक अधिकारी ने बताया, 'हवलदार अभिलाष सिंह को अस्पताल ले जाया गया है। वह क्रमिक भूख हड़ताल पर थे।' सिंह से पहले आमरण अनशन कर रहे चार अन्य को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ओआरओपी को लेकर गतिरोध जारी रहने के बीच पूर्व सैन्यकर्मियों का प्रदर्शन आज 76 वें दिन में प्रवेश कर गया। सरकार ने ओआरओपी लागू करने के लिए कुछ और समय की मांग की है।
ओआरओपी के लागू होने से तकरीबन 22 लाख रिटायर्ड सैन्यकर्मी और छह लाख से अधिक सैनिकों की विधवाएं तत्काल लाभान्वित होंगी। इसके तहत समान रैंक और समान सेवा अवधि से सेवानिवृत्त होने वाले सैन्यकर्मियों के लिए एक समान पेंशन की मांग की जा रही है, भले ही उनकी सेवानिवृत्ति की तारीख कुछ भी हो।
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