यह ख़बर 22 अगस्त, 2011 को प्रकाशित हुई थी

पीएम, राहुल या वरिष्ठ मंत्री ही करें बात : अन्ना हजारे

खास बातें

  • सरकारी सूत्रों से खबर आई कि सरकार अन्ना से बातचीत के लिए तैयार हैं लेकिन शर्त ये है कि इसमें अन्ना के अलावा कोई और शामिल न हो।
नई दिल्ली:

जन लोकपाल बिल को लेकर अन्ना हजारे और सरकार के बीच बातचीत हो रही है या नहीं इस पर दोनों ही पक्षों के अलग−अलग बयान सुनने को मिल रहे हैं। अन्ना ने कहा है कि पीएम, राहुल या वरिष्ठ मंत्री ही आगे आकर इस मुद्दे पर बातचीत करें। थोड़ी देर पहले सरकारी सूत्रों से खबर आई कि सरकार अन्ना हजारे से बातचीत के लिए तैयार हैं लेकिन शर्त ये है कि इस बातचीत में अन्ना के अलावा कोई और शामिल ना हो लेकिन अब टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने टि्वटर पर लिखा है कि अन्ना से बातचीत की खबरें केवल अफवाह हैं उनमें कोई दम नहीं। किरण ने लिखा है कि अन्ना चाहते हैं कि सरकार खुद पहल करे।  इस बीच खबर आ रही है कि सरकार ने आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर को सरकार की तरफ से मध्यस्थ बनाया है लेकिन खबरें ये भी आ रही हैं कि सरकार अभी इस तरह की कोई डील टीम अन्ना के साथ नहीं करना चाहती कि फिर कुछ दिनों में प्रदर्शन या अनशन शुरू हो जाए। सरकार के मुताबिक अन्ना के जनलोकपाल ड्राफ्ट को मानने का मतलब होगा कि ये सेंट्रल लिस्ट में आ जाएगा जो किया नहीं जा सकता और कैबिनेट के पास किए बिना किसी भी बिल को पास करा नहीं जा सकता।


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