मुम्बई:
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने बुधवार को कहा कि जन लोकपाल और भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए जनवरी में पटना से लड़ाई शुरू होगी। हजारे के सहयोगी दत्ता अवारी ने बताया कि पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह गुरुवार को रालेगण सिद्धि में हजारे से मिलेंगे।
हजारे ने यह भी कहा कि हाल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन होने के कारण उनके देशव्यापी दौरे में विलम्ब हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘अब हमने फैसला किया है कि देशव्यापी दौरा जनवरी में उस स्थान से शुरू होगा, जहां से जयप्रकाश नारायण ने अपने आंदोलन की शुरुआत की थी।’’
गांधीवादी कार्यकर्ता ने बयान में कहा, ‘‘जनलोकपाल और भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए जनवरी में पटना के गांधी मैदान से लड़ाई शुरू होगी।’’ उन्होंने कहा कि हजारों युवाओं ने आंदोलन में शामिल होने की इच्छा जताई है और प्रौद्योगिकी नेटवर्क की मदद से यह संख्या करोड़ों में पहुंच जाएगी।
हजारे ने कहा कि राष्ट्रव्यापी संगठन बनाने के काम में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के लिए रालेगण सिद्धि में 14 अक्टूबर को 10 तकनीकी विशेषज्ञों की बैठक हुई। उन्होंने कहा, ‘‘इस देश में परिवर्तन का समय आ गया है।’’ सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि पिछले 65 साल में राजनीतिक शक्ति से परिवर्तन संभव नहीं हुआ है। परिवर्तन जनशक्ति के बिना नहीं हो सकता।
हजारे ने कहा कि सरकार किसी और से नहीं बल्कि, चुनावों में हार के डर से भयभीत है। उन्होंने कहा कि परिवर्तन की लड़ाई लंबी होगी। इस बीच, हजारे के सहयोगी दत्ता अवारी ने बताया कि पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह गुरुवार को रालेगण सिद्धि में हजारे से मिलेंगे।
हजारे ने यह भी कहा कि हाल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन होने के कारण उनके देशव्यापी दौरे में विलम्ब हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘अब हमने फैसला किया है कि देशव्यापी दौरा जनवरी में उस स्थान से शुरू होगा, जहां से जयप्रकाश नारायण ने अपने आंदोलन की शुरुआत की थी।’’
गांधीवादी कार्यकर्ता ने बयान में कहा, ‘‘जनलोकपाल और भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए जनवरी में पटना के गांधी मैदान से लड़ाई शुरू होगी।’’ उन्होंने कहा कि हजारों युवाओं ने आंदोलन में शामिल होने की इच्छा जताई है और प्रौद्योगिकी नेटवर्क की मदद से यह संख्या करोड़ों में पहुंच जाएगी।
हजारे ने कहा कि राष्ट्रव्यापी संगठन बनाने के काम में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के लिए रालेगण सिद्धि में 14 अक्टूबर को 10 तकनीकी विशेषज्ञों की बैठक हुई। उन्होंने कहा, ‘‘इस देश में परिवर्तन का समय आ गया है।’’ सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि पिछले 65 साल में राजनीतिक शक्ति से परिवर्तन संभव नहीं हुआ है। परिवर्तन जनशक्ति के बिना नहीं हो सकता।
हजारे ने कहा कि सरकार किसी और से नहीं बल्कि, चुनावों में हार के डर से भयभीत है। उन्होंने कहा कि परिवर्तन की लड़ाई लंबी होगी। इस बीच, हजारे के सहयोगी दत्ता अवारी ने बताया कि पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह गुरुवार को रालेगण सिद्धि में हजारे से मिलेंगे।
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