अन्ना हजारे ने MCD चुनावों में बैलेट पेपर के इस्तेमाल की केजरीवाल की मांग को पिछड़ी सोच बताया है (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा के बाद बुधवार को पहली बार मीडिया से मुखातिब होते हुए आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि पंजाब में आम आदमी पार्टी के खराब प्रदर्शन के पीछे की वजह ईवीएम में गड़बड़ी हो सकती है. केजरीवाल ने कहा कि 'आप' को महज 20 सीटें मिलना समझ से परे है और यह इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की विश्वसनीयता पर बड़ा सवाल खड़ा करता है.
यही नहीं केजरीवाल ने दिल्ली में अगले महीने होने वाले नगर निगम चुनावों में ईवीएम की जगह बैलेट पेपर के इस्तेमाल की संभावना पर विचार करने के लिए उप राज्यपाल अनिल बैजल से राजनीतिक दलों और चुनाव आयोग की बैठक बुलाने का आग्रह भी किया. केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा कि अगर राज्य निर्वाचन आयोग इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज देता है, तो इस विचार को छोड़ा जा सकता है, लेकिन अगर वह इस प्रयोग को लेकर तैयार है तो इस पर आगे बढ़ा जा सकता है.
उधर, भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन के दौरान अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शक रहे अन्ना हजारे ने कहा है कि अब ऐसा समय है जब बड़ी प्रौद्योगिकी वाली प्रगति हो रही है. ऐसे में बैलेट पेपर की तरफ लौटना पीछे जाने जैसा होगा. उन्होंने एक चैनल से कहा, 'ईवीएम का इस्तेमाल बंद नहीं होना चाहिए. जो लोग इसे लेकर संदेह जता रहे हैं, वे हमें पुराने समय की तरफ ले जाने की कोशिश कर रहे हैं.' अन्ना हजारे ने कहा कि बैलेट पेपर के जरिये मतदान करने और मतगणना दोनों में बहुत अधिक समय लगता है.
इससे पहले केजरीवाल ने दावा किया कि पंजाब जैसे महत्वपूर्ण राज्य में आप को सत्ता से बाहर रखने के लिए ईवीएम के साथ संभवत: चयनित तरीके से छेड़छाड़ की गई. केजरीवाल ने गड़बड़ी का संदेह जताते हुए कहा कि कुछ केंद्रों पर आप को जितने वोट मिले हैं वह वहां पर तैनात किए गए 'आप' के कार्यकर्ताओं की संख्या से भी कम हैं.
केजरीवाल के आरोपों पर शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की पत्नी और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने उन्हें सलाह दी कि ईवीएम मशीनों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने की बजाय बेहतर होगा कि वह 'विपश्यना' करें. हरसिमरत कौर ने यह भी कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद केजरीवाल शायद अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं.
यही नहीं केजरीवाल ने दिल्ली में अगले महीने होने वाले नगर निगम चुनावों में ईवीएम की जगह बैलेट पेपर के इस्तेमाल की संभावना पर विचार करने के लिए उप राज्यपाल अनिल बैजल से राजनीतिक दलों और चुनाव आयोग की बैठक बुलाने का आग्रह भी किया. केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा कि अगर राज्य निर्वाचन आयोग इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज देता है, तो इस विचार को छोड़ा जा सकता है, लेकिन अगर वह इस प्रयोग को लेकर तैयार है तो इस पर आगे बढ़ा जा सकता है.
उधर, भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन के दौरान अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शक रहे अन्ना हजारे ने कहा है कि अब ऐसा समय है जब बड़ी प्रौद्योगिकी वाली प्रगति हो रही है. ऐसे में बैलेट पेपर की तरफ लौटना पीछे जाने जैसा होगा. उन्होंने एक चैनल से कहा, 'ईवीएम का इस्तेमाल बंद नहीं होना चाहिए. जो लोग इसे लेकर संदेह जता रहे हैं, वे हमें पुराने समय की तरफ ले जाने की कोशिश कर रहे हैं.' अन्ना हजारे ने कहा कि बैलेट पेपर के जरिये मतदान करने और मतगणना दोनों में बहुत अधिक समय लगता है.
इससे पहले केजरीवाल ने दावा किया कि पंजाब जैसे महत्वपूर्ण राज्य में आप को सत्ता से बाहर रखने के लिए ईवीएम के साथ संभवत: चयनित तरीके से छेड़छाड़ की गई. केजरीवाल ने गड़बड़ी का संदेह जताते हुए कहा कि कुछ केंद्रों पर आप को जितने वोट मिले हैं वह वहां पर तैनात किए गए 'आप' के कार्यकर्ताओं की संख्या से भी कम हैं.
केजरीवाल के आरोपों पर शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की पत्नी और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने उन्हें सलाह दी कि ईवीएम मशीनों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने की बजाय बेहतर होगा कि वह 'विपश्यना' करें. हरसिमरत कौर ने यह भी कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद केजरीवाल शायद अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं.
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