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This Article is From Jan 12, 2014

कुमार विश्वास ने अमेठी में राहुल को ललकारा, कहा, लड़ाई आम आदमी और राजकुमार के बीच

अमेठी की रैली में कुमार विश्वास

अमेठी:

भ्रष्टाचार के विरोध में जनता में व्याप्त आक्रोश के बूते दिल्ली विधानसभा चुनाव में अप्रत्याशित जीत दर्ज कर सत्तारूढ़ हुई आम आदमी पार्टी (आप) ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र में आगामी लोकसभा चुनाव को आम आदमी बनाम राजकुमार बना देने के ऐलान के साथ एक तरह से अपने चुनाव अभियान का शंखनाद कर दिया।

'आप' नेता कुमार विश्वास ने पार्टी की 'जनविश्वास रैली' को संबोधित करते हुए कहा, यह लड़ाई आम आदमी और राजकुमार के बीच है... मैं अमेठी छोड़कर जाने के लिए नहीं आया हूं। अगले तीन महीने में मैं रहूं या न रहूं, कोई भी कार्यकर्ता आम आदमी की टोपी पहन कर मैदान में खड़ा हो जाएगा।

रैली स्थल तक पहुंचने की राह में कई स्थानों पर काले झंडे दिखाए जाने और अंडे-पत्थर फेंके जाने की घटनाओं की ओर इशारा करते हुए विश्वास ने कहा, आखिर ऐसी क्या बेचैनी हो गई कि डंडे फेंक रहे हैं, अंडे फेंक रहे हैं, कुमार विश्वास वापस जाओ के नारे लगा रहे हैं... जहां कहिए अकेले आने को तैयार हूं, यदि मुझे मारने से मन शांत हो जाए, तो इसके लिए भी तैयार हूं, बस जगह और समय बताइए।

उन्होंने आगे कहा, क्या अमेठी देश के बाहर है कि यहां आने के लिए पासपोर्ट जरूरी है.. अगर वे (कांग्रेसी) यह समझते हैं कि काले झंडे दिखाने और अंडे फेंकने से मैं अमेठी छोड़ दूंगा, तो वे गलतफहमी के शिकार हैं। विश्वास ने कहा, आप लोगों ने बहुत से युवराजों, महाराजाओं और महारानियों को जिताया है... अमेठी के लिए उन्होंने क्या किया? वर्षों पहले घोषित विकास परियोजनाएं अधूरी पड़ी हैं, सडकों का बुरा हाल है। एक बार सही बटन दबाकर नौकर चुनकर देखिए... हम डरने वाले नहीं हैं... हमने ही महारानी (सोनिया) के दामाद (रॉबर्ट वाड्रा) के भ्रष्टाचार का खुलासा किया।

राहुल गांधी पर सीधा निशाना साधते हुए 'आप' नेता ने कहा, 10 साल तक उन्होंने लोकसभा में अमेठी के बारे में एक सवाल नहीं उठाया। 2जी घोटाले, कोयला आवंटन घोटाले जैसे घोटालों पर खामोश रहे... जब देश पेन (दर्द) में था, वह स्पेन में थे। उन्होंने राहुल गांधी के आधिपत्य को उखाड़ फेंकने की ललकार के साथ कहा, यदि राहुल गांधी इस बार भी जीत गए, तो अगले 70 साल तक कोई चुनौती देने वाला खड़ा नही होगा। मैंने अपनी नौकरी, अपना घर छोड़कर उन्हें चुनौती दी है।

विश्वास ने अपनी कविताओं में कही बातों से किसी की भी भावनाओं को लगी ठेस के लिए माफी मांगते हुए कहा, साल भर पहले मुझे कोई गाली नहीं देता था... मुशायरों, कवि सम्मेलनों में कांग्रेस, भाजपा और सभी दलों के लोग मुझे सुनते थे। यदि किसी की भावनाओं ठेस लगी हो, तो उसके लिए मैं माफी मांगता हूं, पर पहले किसी ने कहीं कोई विरोध नहीं किया। आज अचानक यह बेचैनी क्यों है।

काले झंडे दिखाए जाने और अंडे फेंके जाने की घटनाओं की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ऐसी हर घटना पर हमारे एक हजार वोट बढ़ जाएंगे। दिल्ली में केजरीवाल और संजय सिंह के ऊपर स्याही फेंकी गई थी, मगर जनता ने उन पर स्याही फेंकने वालों पर स्याही उड़ेल दी।

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