प्रतीकात्मक तस्वीर.
नई दिल्ली:
देश में कई स्थानों पर सीवर की सफाई के दौरान सफाईकर्मियों की मौत का मामला गरमा रहा है. अब अंबेडकर महासभा ने इस मुद्दे पर देशव्यापी आंदोलन की तैयारी शुरू की है. 25 सितंबर को धरना-प्रदर्शन कर सरकार का ध्यान इस गंभीर मुद्दे की तरफ खींचने का फैसला किया है. अंबेडकर महासभा के अशोक भारती ने कहा कि सीवरों में काम कर रहे सफ़ाई कर्मचारी मारे जा रहे हैं. सरकार इस मामले में चोर-सिपाही का खेल खेल रही है. सीवरों के ख़तरनाक काम पर रोक लगाने की बजाए, सरकार और उसके ठेकेदार ज़बरन बिना किसी औज़ार और उपकरणों के काम करने के लिए मजबूर कर रहे हैं.पिछले कुछ दिनों में एक के बाद कई मौतें सीवरों में हुई हैं. हाउसिंग सोसाइटी और सरकारी सीवरों में बेरोकटोक जारी मौत के खेल पर रोक लगाना ज़रूरी है. इसलिए 25 सितम्बर को राष्ट्रीय स्तर पर सीवरों में होने वाली मौतों के ख़िलाफ़ देशभर में प्रदर्शन होगा. अशोक भारती ने कहा कि सरकार के स्तर से नगर निकायों को चेतावनी दी जाए कि अगर कोई भी अधिकारी-कर्मचारी किसी सफाईकर्मचारी को बगैर उचित उपकरणों के सीवर की सफाई करने उतारेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. भारती ने कहा कि ऑल इंडिया अम्बेडकर महासभा समाज के सभी वर्गों से इस संघर्ष में सहयोग की अपील करती है.
मैनहोल में होने वाली मौतों का ज़िम्मेदार कौन?
हाल में हुईं मौतें
9 सितंबर 2018 को पश्चिम दिल्ली के कैपिटल ग्रीन डीएलएफ अपार्टमेंट में सरफ़राज़, पंकज, राजा, उमेश और विशाल की सीवर की सफाई करते हुए मौत हो गई थी. इसी तरह 14 जुलाई को दिल्ली के घिटोरनी इलाके के स्वर्ण सिंह, दीपू, अनिल और बलविंदर की सीवर में काम करते हुए मौत हुई. 6 अगस्त 2017 को लाजपत नगर के योगेंद्र और अनु की दम घुटने से जान चली गई. वहीं 21 अगस्त 2017 को दिल्ली में ऋषिपाल की भी सीवर की सफाई करते हुए मौत हुई . 30 सितंबर 2017 को गुड़गांव में रिंकू, राजकुमार और नीना की मौत हो गई थी. पंजाब के तरणतारण के अमन कुमार, प्रेम कुमार काका भी इसी तरह मौत का शिकार हुए.
दिल्ली : बिना सुरक्षा इंतजामों के सीवर में उतार दिया, पांच मजदूरों की मौत
वीडियो-प्राइम टाइम : मैनहोल में होने वाली मौतों का जिम्मेदार कौन?
मैनहोल में होने वाली मौतों का ज़िम्मेदार कौन?
हाल में हुईं मौतें
9 सितंबर 2018 को पश्चिम दिल्ली के कैपिटल ग्रीन डीएलएफ अपार्टमेंट में सरफ़राज़, पंकज, राजा, उमेश और विशाल की सीवर की सफाई करते हुए मौत हो गई थी. इसी तरह 14 जुलाई को दिल्ली के घिटोरनी इलाके के स्वर्ण सिंह, दीपू, अनिल और बलविंदर की सीवर में काम करते हुए मौत हुई. 6 अगस्त 2017 को लाजपत नगर के योगेंद्र और अनु की दम घुटने से जान चली गई. वहीं 21 अगस्त 2017 को दिल्ली में ऋषिपाल की भी सीवर की सफाई करते हुए मौत हुई . 30 सितंबर 2017 को गुड़गांव में रिंकू, राजकुमार और नीना की मौत हो गई थी. पंजाब के तरणतारण के अमन कुमार, प्रेम कुमार काका भी इसी तरह मौत का शिकार हुए.
दिल्ली : बिना सुरक्षा इंतजामों के सीवर में उतार दिया, पांच मजदूरों की मौत
वीडियो-प्राइम टाइम : मैनहोल में होने वाली मौतों का जिम्मेदार कौन?
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं