नई दिल्ली:
भारतीय विमानन कंपनी एयर इंडिया दुनिया की तीसरी सबसे खराब एयरलाइंस दर्ज की गई है. खराब एयरलाइंस में सबसे ऊपर सेहरा इल-अल एयरलाइंस और दूसरे नंबर पर आइसलैंड एयरलाइंस है, जबकि सबसे बेहतरीन एयरलाइंस नीदरलैंड की केएलएम एयरलाइंस चुनी गई है.
विमानन कंपनी फ्लाइटस्टेट्स ने एक सर्वे के आंकड़े सार्वजनिक करते हुए यह खुलासा किया है. विमानन कंपनी फ्लाइटस्टेट्स हर साल सबसे अच्छी और सबसे खराब हवाई यात्रा मुहैया कराने वाली कंपनियों की सूची जारी करती है. कंपनी के मुताबिक, एयरलाइंस की सूची जारी करने से पहले तकरीबन 500 माध्यमों से आंकड़े इकट्ठा किए जाते हैं. इनमें हवाई यात्रा की समय पाबंदी, हवाई जहाजों की साफ-सफाई, यात्रियों से व्यवहार और उन्हें दी जाने वाली सुविधा के आंकड़े शामिल हैं.
10 सबसे बेहतरीन हवाई जहाज कंपनियों में केएलम (11.74 फीसदी), एलबेरिया (11.82 फीसदी), जल (12.2 फीसदी), कतर एयरवेज (13.66 फीसदी), ऑस्ट्रियन (14.26 फीसदी) शामिल हैं.
उधर, सबसे खराब एयरलाइंस में इल-अल (56 फीसदी), आइसलैंड एयर (41.05 फीसदी), एयर इंडिया (38.71 फीसदी), फिलीपाइन एयरलाइंस (38.33 फीसदी), एशियाना एयरलाइंस (37.46 फीसदी), चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस (35.8 फीसदी) शामिल हैं.
फ्लाइटस्टेट्स के उपाध्यक्ष जिम हेत्ज़ेल के मुताबिक, यह सूची तैयार करना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है. इन आंकड़ों को संयुक्त राज्य अमेरिका का परिवहन विभाग भी इस्तेमाल करता है.
हेत्ज़ेल बताते हैं कि दुनियाभर के 500 से भी अधिक स्रोतों से आंकड़े इकट्ठा करना एक चुनौती भरा काम है. इनमें उड़ान ट्रैकिंग, हवाई अड्डों के रनवे, रडार सेवा, हवाई अड्डों के रिकॉर्ड के साथ उड्डयन प्रशासन से जुड़ी संस्थाओं के आंकड़े इकट्ठे किए जाते हैं. इस तरह बाहरी और अंदरुनी जानकारियों को एकत्र करके उन्हें मान्य करने के लिए तर्कों की कसौटी पर कसा जाता है. यह वाकई एक जटिल प्रक्रिया है.
हेत्ज़ेल बताते हैं कि इससे हवाई सेवाओं में सुधार होने के साथ प्रतिस्पर्धा भी बड़ी है और सबसे बड़ी उपलब्धि यात्रियों के लिए है, जो इन तथ्यों के आधार पर अपने लिए एक बेहतरीन यात्रा का चुनाव कर सकते हैं.
विमानन कंपनी फ्लाइटस्टेट्स ने एक सर्वे के आंकड़े सार्वजनिक करते हुए यह खुलासा किया है. विमानन कंपनी फ्लाइटस्टेट्स हर साल सबसे अच्छी और सबसे खराब हवाई यात्रा मुहैया कराने वाली कंपनियों की सूची जारी करती है. कंपनी के मुताबिक, एयरलाइंस की सूची जारी करने से पहले तकरीबन 500 माध्यमों से आंकड़े इकट्ठा किए जाते हैं. इनमें हवाई यात्रा की समय पाबंदी, हवाई जहाजों की साफ-सफाई, यात्रियों से व्यवहार और उन्हें दी जाने वाली सुविधा के आंकड़े शामिल हैं.
10 सबसे बेहतरीन हवाई जहाज कंपनियों में केएलम (11.74 फीसदी), एलबेरिया (11.82 फीसदी), जल (12.2 फीसदी), कतर एयरवेज (13.66 फीसदी), ऑस्ट्रियन (14.26 फीसदी) शामिल हैं.
उधर, सबसे खराब एयरलाइंस में इल-अल (56 फीसदी), आइसलैंड एयर (41.05 फीसदी), एयर इंडिया (38.71 फीसदी), फिलीपाइन एयरलाइंस (38.33 फीसदी), एशियाना एयरलाइंस (37.46 फीसदी), चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस (35.8 फीसदी) शामिल हैं.
फ्लाइटस्टेट्स के उपाध्यक्ष जिम हेत्ज़ेल के मुताबिक, यह सूची तैयार करना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है. इन आंकड़ों को संयुक्त राज्य अमेरिका का परिवहन विभाग भी इस्तेमाल करता है.
हेत्ज़ेल बताते हैं कि दुनियाभर के 500 से भी अधिक स्रोतों से आंकड़े इकट्ठा करना एक चुनौती भरा काम है. इनमें उड़ान ट्रैकिंग, हवाई अड्डों के रनवे, रडार सेवा, हवाई अड्डों के रिकॉर्ड के साथ उड्डयन प्रशासन से जुड़ी संस्थाओं के आंकड़े इकट्ठे किए जाते हैं. इस तरह बाहरी और अंदरुनी जानकारियों को एकत्र करके उन्हें मान्य करने के लिए तर्कों की कसौटी पर कसा जाता है. यह वाकई एक जटिल प्रक्रिया है.
हेत्ज़ेल बताते हैं कि इससे हवाई सेवाओं में सुधार होने के साथ प्रतिस्पर्धा भी बड़ी है और सबसे बड़ी उपलब्धि यात्रियों के लिए है, जो इन तथ्यों के आधार पर अपने लिए एक बेहतरीन यात्रा का चुनाव कर सकते हैं.
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