लखनऊ:
सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने उत्तर प्रदेश सरकार में 'तेजी से फैल रहे भ्रष्टाचार' को लेकर रविवार को मुख्यमंत्री मायावती पर निशाना साधा और उनसे राज्य में लोकायुक्त नियुक्त करने को कहा। लोकपाल विधेयक मसौदा समिति में किसी दलित सदस्य के न होने पर मायावती द्वारा आपत्ति जताने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अग्निवेश ने कहा, "मैं उनकी आपत्ति का स्वागत करता हूं और इस मुद्दे को उठाने के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं, लेकिन मैं उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री से यह भी पूछना चाहता हूं कि वह घोषणा करें कि अपनी सरकार में तेजी से फैलते भ्रष्टाचार को रोकने के लिए उन्होंने क्या कोई कारगर कदम उठाया है।" सामाजिक कार्यकर्ता एवं लोकपाल विधेयक मसौदा समिति में सामाजिक संगठन की ओर से शामिल अरविंद केजरीवाल के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में अग्निवेश ने कहा, "यदि उन्हें सचमुच गरीब दलितों की चिंता है तो यही समय है कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ ठोस कदम उठाने की पहल करें। इन कदमों में से एक तो यह हो सकता है कि वह देश के सबसे अधिक जनसंख्या वाले राज्य में नए लोकपाल विधेयक को पारित करें और दूसरा लोकायुक्त नियुक्त करें।" केजरीवाल और अग्निवेश रविवार सुबह यहां हास्य कलाकार जसपाल भट्टी के साथ एक जनसभा में अन्ना हजारे का प्रतिनिधत्व करने पहुंचे। एक सवाल का जवाब देते हुए केजरीवाल ने कहा कि सामाजिक संगठन के कार्यकर्ता 'न तो किसी राजनीतिक पार्टी को हमारे मंच में भागीदारी करने की अनुमति देंगे और न ही हमारा इरादा किसी राजनीतिक संगठन से किसी भी रूप में जुड़ने का है।' इससे पहले दिन में अग्निवेश एवं केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के ज्वलंत मुद्दे पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश कमलेश्वर नाथ तथा एससी वर्मा, राज्य के पूर्व पुलिस माहानिदेशक प्रकाश सिंह सहित स्थानीय कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियों, धार्मिक विद्वानों और ट्रेड यूनियन नेताओं के साथ बातचीत की।
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