नई दिल्ली:
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने मीडिया पर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की किताब के बारे में खबर देते समय गुजरात के मुख्यमंत्री को बदनाम करने का आरोप लगाया।
कलाम ने अपनी नवीनतम पुस्तक ‘टर्निंग प्वाइंट’ में वर्ष 2002 के गुजरात दंगे के बाद अपनी गुजरात यात्रा का जिक्र किया है।
कलाम की इस पुस्तक का जिक्र करते हुए आडवाणी ने अपने ब्लॉग पर कहा कि वह मीडिया में आई खबरों से आश्चर्यचकित रह गए जिनमें तत्कालीन प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी को नरेंद्र मोदी की सरकार को बचाने का प्रयास करते हुए दोषी बताया गया है।
आडवाणी ने कहा कि वाजपेयी ने सामान्य ढंग से कलाम से पूछा था, ‘क्या आप इस समय गुजरात जाना अनिवार्य समझते हैं।’ जिसका मीडिया ने यह तात्पर्य निकाला कि प्रधानमंत्री राष्ट्रपति को गुजरात जाने से रोकना चाहते थे। आडवाणी ने कहा, ‘मैंने अक्सर पाया कि भारत के राजनीतिक इतिहास में किसी भी नेता को इतने व्यवस्थित और विद्वेषपूर्ण तरीके से बदनाम नहीं किया गया है जितना कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र भाई मोदी को किया गया। क्या ये खबरें जान बूझकर बदनाम करने के प्रयासों को उजागर नहीं करती हैं।’ उन्होंने कहा कि किसी भी पत्रकार ने कलाम द्वारा अपनी पुस्तक में मोदी को दी गई बधाई की खबर नहीं दी।
भाजपा नेता ने कहा, ‘डॉ. कलाम ने इस आशंका का भी जिक्र किया है कि उन्होंने सुना था कि उनकी यात्रा का बहिष्कार किया जा सकता है। डॉ. कलाम का वास्तविक अनुभव बिल्कुल भिन्न था। मोदी और उनकी सरकार ने बड़े उत्साह से कलाम का सहयोग किया। लेकिन किसी भी पत्रकार ने उनकी बधाई संबंधी टिप्पणियों को खबर बनाना उचित नहीं समझा।’
कलाम ने अपनी नवीनतम पुस्तक ‘टर्निंग प्वाइंट’ में वर्ष 2002 के गुजरात दंगे के बाद अपनी गुजरात यात्रा का जिक्र किया है।
कलाम की इस पुस्तक का जिक्र करते हुए आडवाणी ने अपने ब्लॉग पर कहा कि वह मीडिया में आई खबरों से आश्चर्यचकित रह गए जिनमें तत्कालीन प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी को नरेंद्र मोदी की सरकार को बचाने का प्रयास करते हुए दोषी बताया गया है।
आडवाणी ने कहा कि वाजपेयी ने सामान्य ढंग से कलाम से पूछा था, ‘क्या आप इस समय गुजरात जाना अनिवार्य समझते हैं।’ जिसका मीडिया ने यह तात्पर्य निकाला कि प्रधानमंत्री राष्ट्रपति को गुजरात जाने से रोकना चाहते थे। आडवाणी ने कहा, ‘मैंने अक्सर पाया कि भारत के राजनीतिक इतिहास में किसी भी नेता को इतने व्यवस्थित और विद्वेषपूर्ण तरीके से बदनाम नहीं किया गया है जितना कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र भाई मोदी को किया गया। क्या ये खबरें जान बूझकर बदनाम करने के प्रयासों को उजागर नहीं करती हैं।’ उन्होंने कहा कि किसी भी पत्रकार ने कलाम द्वारा अपनी पुस्तक में मोदी को दी गई बधाई की खबर नहीं दी।
भाजपा नेता ने कहा, ‘डॉ. कलाम ने इस आशंका का भी जिक्र किया है कि उन्होंने सुना था कि उनकी यात्रा का बहिष्कार किया जा सकता है। डॉ. कलाम का वास्तविक अनुभव बिल्कुल भिन्न था। मोदी और उनकी सरकार ने बड़े उत्साह से कलाम का सहयोग किया। लेकिन किसी भी पत्रकार ने उनकी बधाई संबंधी टिप्पणियों को खबर बनाना उचित नहीं समझा।’