नई दिल्ली:
सीबीआई ने सरकारी मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में कपटपूर्ण तरीके से दाखिला कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया और इसके मुख्य षड्यंत्रकारी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि शालीमार बाग इलाके में कंसल्टेंसी सेवा एशियन अकादमी चलाने वाले मुख्य षड्यंत्रकारी अमित कपूर उर्फ इरशाद पाशा, एक निजी चिकित्सक अरूण गोयल, उनके पुत्र नयन गोयल और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने कहा कि गोयल कपटपूर्ण साधनों से इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी में कथित तौर पर बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी कोर्स में अपने पुत्र नयन का दाखिला कराने का प्रयास कर रहा था।
सूत्रों ने बताया कि इस प्रक्रिया में उन्होंने पाशा से संपर्क किया जिसने नौ जून 2012 को आयोजित लिखित परीक्षा में नयन के स्थान पर किसी और को बैठाने के लिए 30 लाख रुपये की मांग की थी।
उन्होंने कहा, ‘अरूण गोयल ने कथित तौर पर संदिग्ध साधनों के जरिए प्रवेश परीक्षा में अपने पुत्र के सफल घोषित किए जाने के बाद अग्रिम राशि के रूप में कथित तौर पर 10 लाख रुपये का भुगतान किया। शेष राशि का भुगतान 18 जुलाई को काउन्सलिंग के बाद दाखिले की पुष्टि होने के बाद किया जाना था।’
सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने नयन के साथ पाशा को उस वक्त गिरफ्तार किया जब नयन पाशा को 20 लाख रुपये दे रहा था। सीबीआई, गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगा रही है।
सूत्रों ने कहा कि शुरूआती जांच में पता चला है कि पाशा शैक्षणिक कंसल्टेंसी चलाने की आड़ में कथित तौर पर डमी उम्मीदवार की व्यवस्था करने और विभिन्न चिकित्सा और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं में दाखिले में हेर-फेर करने के लिए गैर कानूनी साधनों का इस्तेमाल करने में शामिल था।
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि शालीमार बाग इलाके में कंसल्टेंसी सेवा एशियन अकादमी चलाने वाले मुख्य षड्यंत्रकारी अमित कपूर उर्फ इरशाद पाशा, एक निजी चिकित्सक अरूण गोयल, उनके पुत्र नयन गोयल और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने कहा कि गोयल कपटपूर्ण साधनों से इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी में कथित तौर पर बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी कोर्स में अपने पुत्र नयन का दाखिला कराने का प्रयास कर रहा था।
सूत्रों ने बताया कि इस प्रक्रिया में उन्होंने पाशा से संपर्क किया जिसने नौ जून 2012 को आयोजित लिखित परीक्षा में नयन के स्थान पर किसी और को बैठाने के लिए 30 लाख रुपये की मांग की थी।
उन्होंने कहा, ‘अरूण गोयल ने कथित तौर पर संदिग्ध साधनों के जरिए प्रवेश परीक्षा में अपने पुत्र के सफल घोषित किए जाने के बाद अग्रिम राशि के रूप में कथित तौर पर 10 लाख रुपये का भुगतान किया। शेष राशि का भुगतान 18 जुलाई को काउन्सलिंग के बाद दाखिले की पुष्टि होने के बाद किया जाना था।’
सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने नयन के साथ पाशा को उस वक्त गिरफ्तार किया जब नयन पाशा को 20 लाख रुपये दे रहा था। सीबीआई, गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगा रही है।
सूत्रों ने कहा कि शुरूआती जांच में पता चला है कि पाशा शैक्षणिक कंसल्टेंसी चलाने की आड़ में कथित तौर पर डमी उम्मीदवार की व्यवस्था करने और विभिन्न चिकित्सा और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं में दाखिले में हेर-फेर करने के लिए गैर कानूनी साधनों का इस्तेमाल करने में शामिल था।
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