
अरविंद केजरीवाल के साथ आशुतोष
नई दिल्ली:
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता आशुतोष एक लेख के सिलसिले में राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) से समन मिलने के बाद गुरुवार को इसके समक्ष पेश हुए. आयोग के सामने पेश हुए आशुतोष ने कहा कि महिला अधिकारों को लेकर देश के सर्वोच्च संस्था को पीएम मोदी की भी जांच करानी चाहिए जिन्होंने गुजरात का सीएम रहते हुए कथित तौर पर गुजरात की एक युवा आर्किटेक्ट की 'जासूसी' कराई थी.
उन्होंने अपनी यह मांग राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख ललिता कुमारमंगलम के समक्ष रखी. राष्ट्रीय महिला आयोग ने दिल्ली सरकार में हुए सेक्स स्केंडल को लेकर ndtv.com को लिखे कॉलम के मामले में आशुतोष को समन जारी किया था. राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख ने कहा कि आप नेता ने उन चीजों के बारे में शिकायत की जो पहलेहो चुकी हैं. हमने इन शिकायतों को अपनी शिकायत और जांच (कम्पलेंट एंड इनवेस्टीगेशन) सेल के पास भेज दिया है. हम इसे आगे बढ़ाने के बाद अपना जवाब देंगे. वैसे ललिता कुमारमंगलम ने जोर देकर कहा कि ndtv.com में आए अपने कॉलम को लेकर आशुतोष ने जो स्पष्टीकरण दिया, वह संतोषजनक नहीं था. पूर्व संपादक आशुतोष ने कहा कि जिस तरह से अपने कॉलम को लेकर उन्हें स्पष्टीकरण देने को कहा गया है, ठीक उसी तरह पीएम और उनके शीर्ष सहयोगी व बीजपी प्रमुख अमित शाह से भी 'स्नूपगेट' स्केंडल को लेकर सफाई मांगी जानी चाहिए.
आयोग ने दिल्ली के बर्खास्त मंत्री संदीप कुमार के बचाव में लिखे गए इस लेख को महिलाओं का 'अपमान' मानते हुए पांच सितम्बर को आशुतोष को समन भेजा था. आयोग के कार्यालय से बाहर निकलने के बाद आशुतोष ने संवाददाताओं से कहा, "मैं यहां इसलिए पेश हुआ, क्योंकि मुझे अपने देश के संविधान और इसके द्वारा स्थापित संस्थानों पर पूरा भरोसा है."आशुतोष ने कहा, "मैंने उन्हें कहा कि आपका पत्र (समन) मेरे मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है. इस संविधान ने मुझे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार दिया है." संदीप कुमार को पिछले माह सेक्स वीडियो सामने आने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने मंत्रिमंडल से निकाल दिया था.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने अपनी यह मांग राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख ललिता कुमारमंगलम के समक्ष रखी. राष्ट्रीय महिला आयोग ने दिल्ली सरकार में हुए सेक्स स्केंडल को लेकर ndtv.com को लिखे कॉलम के मामले में आशुतोष को समन जारी किया था. राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख ने कहा कि आप नेता ने उन चीजों के बारे में शिकायत की जो पहलेहो चुकी हैं. हमने इन शिकायतों को अपनी शिकायत और जांच (कम्पलेंट एंड इनवेस्टीगेशन) सेल के पास भेज दिया है. हम इसे आगे बढ़ाने के बाद अपना जवाब देंगे. वैसे ललिता कुमारमंगलम ने जोर देकर कहा कि ndtv.com में आए अपने कॉलम को लेकर आशुतोष ने जो स्पष्टीकरण दिया, वह संतोषजनक नहीं था. पूर्व संपादक आशुतोष ने कहा कि जिस तरह से अपने कॉलम को लेकर उन्हें स्पष्टीकरण देने को कहा गया है, ठीक उसी तरह पीएम और उनके शीर्ष सहयोगी व बीजपी प्रमुख अमित शाह से भी 'स्नूपगेट' स्केंडल को लेकर सफाई मांगी जानी चाहिए.
आयोग ने दिल्ली के बर्खास्त मंत्री संदीप कुमार के बचाव में लिखे गए इस लेख को महिलाओं का 'अपमान' मानते हुए पांच सितम्बर को आशुतोष को समन भेजा था. आयोग के कार्यालय से बाहर निकलने के बाद आशुतोष ने संवाददाताओं से कहा, "मैं यहां इसलिए पेश हुआ, क्योंकि मुझे अपने देश के संविधान और इसके द्वारा स्थापित संस्थानों पर पूरा भरोसा है."आशुतोष ने कहा, "मैंने उन्हें कहा कि आपका पत्र (समन) मेरे मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है. इस संविधान ने मुझे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार दिया है." संदीप कुमार को पिछले माह सेक्स वीडियो सामने आने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने मंत्रिमंडल से निकाल दिया था.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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