चंडीगढ़ : दिल्ली में जीत से उत्साहित आम आदमी पार्टी हरियाणा की सियासत में नए सिरे से शुरुआत करने जा रही है। पार्टी के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता योगेन्द्र यादव ने पत्रकार वार्ता में कहा कि भाजपा की केंद्र और राज्य सरकारें किसानों को दिए अपने वादों से मुकर गई हैं। यूरिया संकट, फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करने में स्वामीनाथन कमीशन की सिफारिश लागू करने में आना-कानी और भूमि अधिग्रहण में किसान विरोधी नियमों से बीजेपी का किसान विरोधी चेहरा बेनकाब हुआ है।
पार्टी किसानों से धोखे के खिलाफ प्रदेश भर में 'जय किसान अभियान' चलाएगी। अभियान की शुरुआत 21 फरवरी को गुडगांव से होगी। योगेन्द्र यादव ने कहा कि आम आदमी पार्टी, हरियाणा के सांसदों के घर जाकर दस्तक देगी कि वो जमीन अधिग्रहण संबंधी अध्यादेश के खिलाफ आवाज उठाएं। पार्टी सभी सांसदों को नमक कि थाली भेंट कर उन्हें आगाह करेगी कि किसान का नमक खाने वाले जन प्रतिनिधि उनसे विश्वासघात ना करें।
AAP नेता ने आरोप लगाया कि यूरिया की भारी किल्लत के चलते हरियाणा का किसान व खेत मजदूर सड़क पर चप्पल घिस रहा है, समय व पैसा बर्बाद करने को बाध्य है। इतना ही नहीं, उसे पुलिस के डंडे भी खाने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने समय रहते पर्याप्त मात्रा में यूरिया आयात नहीं किया। 2013-2014 के पांच महीनों जून से अक्टूबर तक जहां केंद्र सरकार ने 43.82 लाख टन यूरिया आयात किया वहीं बीजेपी की नई सरकार ने 2014-2015 के इन्हीं पांच महीनों में केवल 17.37 लाख टन यूरिया आयात किया। योगेन्द्र यादव ने केंद्र सरकार की नीयत पर उठाते हुए कहा कि सरकार ने ऐसा क्यों किया? कहीं ऐसा तो नहीं कि सरकार यूरिया को भी डी-कंट्रोल कर प्राइवेट हाथों में देना चाहती है।
हालांकि हरियाणा में चुनाव अब पांच साल दूर हैं, लेकिन प्रदेश में एक मजबूत विकल्प देने के लिए आम आदमी पार्टी ने कवायद शुरू कर दी है। जल्द ही प्रदेश की नई कार्यकारिणी का ऐलान किया जायेगा। पार्टी चंडीगढ़ में अपना प्रदेश कार्यालय भी खोलने जा रही है।
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