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This Article is From Apr 07, 2020

गुजरात : कोरोना वायरस से लोगों को बचाने के लिए जूझ रही इस डॉक्टर को मिली गालियां और धमकी

कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ाई में सबसे आगे जूझ रहे है डॉक्टर, नर्स और मेडिकल स्टाफ जहां खुद के बचाव के लिए मास्क और किट की कमी झेल रहे हैं. वहीं इनके आसपास के लोग, पड़ोसी भी दुर्व्यहार करने से बाज नहीं आ रहे हैं.

गुजरात : कोरोना वायरस से लोगों को बचाने के लिए जूझ रही इस डॉक्टर को मिली गालियां और धमकी
Coronavirus से लड़ रही डॉक्टर को पड़ोसियों ने गाली दी है
नई दिल्ली:

कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ाई में सबसे आगे जूझ रहे है डॉक्टर, नर्स और मेडिकल स्टाफ जहां खुद के बचाव के लिए मास्क और किट की कमी झेल रहे हैं. वहीं इनके आसपास के लोग, पड़ोसी भी दुर्व्यहार करने से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसा ही मामला गुजरात से आया है. सूरत की रहने वाली डॉक्टर संजीवनी ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि उनके पड़ोसियों ने उनसे कहा है कि उनको अस्पताल से वापस घर नहीं आना चाहिए क्योंकि उनको जरूर कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ होगा.  संजीवनी का कहना, 'उन लोगों ने गाली और धमकी भी दी है. पुलिस ने मदद की है. इस समय अस्पतालों में इस बीमारी की वजह से काम का दबाव है'. गौरतलब है कि संकट की इस घड़ी में लोगों के ऐसे व्यवहार का पहला मामला  नहीं है. इससे पहले दिल्ली सहित कई अन्य शहरों में ये बातें सामने आ चुकी हैं.

पीएम मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इन घटनाओं को लेकर बयान दिए हैं. सीएम केजरीवाल ने इस तरह का व्यवहार करने वालों को चेताया भी है. आपको बता दें कि गुजरात में सोमवार को कोरोना वायरस के 18 नये मामले सामने आये जिससे राज्य में इस वायरस से संक्रमित कुल लोगों की संख्या 146 हो गई. इसमें 10 ऐसे मामले हैं जिनका पिछले महीने राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात द्वारा आयोजित धार्मिक कार्यक्रम से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर संबंध है. 

स्वास्थ्य विभाग की एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक बुजुर्ग महिला की मौत के साथ राज्य में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 12 हो गई है. अधिकारी ने बताया कि वडोदरा के एक अस्पताल में कोविड-19 से पीड़ित 62 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई जो पहले से बीमार थी और उसने अंतरराष्ट्रीय यात्रा की थी. 

प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) जयंती रवि ने बताया कि महिला ने हाल में श्रीलंका की यात्रा की थी और वह अत्यधिक तनाव तथा डायबिटीज की मरीज भी थी.  उन्होंने कहा कि अहमदाबाद के एक अस्पताल से एक और मरीज की आज छुट्टी हो गई जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त होने वालों की संख्या 22 हो गई है. 

सोमवार को जो नये मामले सामने आए उनमें 11 अहमदाबाद, तीन सूरत से, दो वडोदरा और एक-एक मामला मेहसाणा और पाटन के हैं.  रवि ने बताया कि इनमें से अहमदाबाद के नौ और मेहसाणा के एक मरीज का निजामुद्दीन के धार्मिक कार्यक्रम से संबंध हैं. 

अधिकारी ने कहा कि 16 नये मरीजों में से 12 मरीजों की आयु 15 से 40 वर्ष के बीच है. रवि ने कहा, ‘‘राज्य में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी का कारण यह है कि सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों से नमूने लेकर अधिक जांच की गई है. कई मामले ऐसे क्षेत्रों से आये हैं जहां दिल्ली के तबलीगी जमात कार्यक्रम में शामिल होने के बाद लोग वापस आये हैं. उन्होंने कहा कि अभी भी संक्रमित 112 मामलों में तीन मरीज वेंटीलेटर पर हैं जबकि 109 अन्य की हालत स्थिर है. 

अहमदाबाद में अब तक 64 मामले सामने आये हैं, इसके बाद सूरत में 19, गांधीनगर और भावनगर में 13-13, वडोदरा 12, राजकोट 10, पोरबंदर तीन, कच्छ, मेहसाणा, गिर सोमनाथ और पाटन में दो-दो और छोटा उदयपुर, जामनगर, मोरबी और पंचमहाल में एक-एक मामले सामने आये हैं. 

रवि ने कहा कि अभी तक 2879 नमूनों की जांच की गई है जिसमें से 32 की रिपोर्ट अभी आनी है.  उन्होंने कहा कि गुजरात में 87 मामले स्थानीय संक्रमण के हैं, 33 मरीजों ने विदेश यात्रा की है जबकि 26 ने अंतरराज्यीय यात्रा की है. कुल 14,054 लोगों को पृथक रखा गया है जिसमें से 12,885 घरों पर पृथक हैं, 900 सरकारी पृथक इकाइयों में और 269 निजी पृथक इकाइयों में हैं. (इनपुट भाषा से भी)

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