भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूरे देश में 930 पद खाली पड़े हैं, जिनमें सबसे अधिक उत्तर प्रदेश में हैं, जहां 105 पद रिक्त हैं। पूरे देश में आईपीएस अधिकारियों के 4,728 पद हैं। फिलहाल 3,798 अधिकारी ही सेवा में है, लिहाजा 930 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के पद खाली पड़े हैं।
गृहमंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, आईपीएस अधिकारियों के सबसे ज्यादा 105 पद उत्तर प्रदेश कैडर में खाली हैं। इसके बाद पश्चिम बंगाल कैडर है, जहां पर 96 पद खाली हैं। उत्तर प्रदेश में 489 और पश्चिम बंगाल में 347 आईपीएस अधिकारियों के पद हैं। ओडिशा कैडर में 83 और कर्नाटक कैडर में 61 आईपीएस अधिकारियों के पद रिक्त हैं।
तमिलनाडु में 263, आंध्र प्रदेश में 258, और महाराष्ट्र में 302 आईपीएस अधिकारियों के पद हैं और वहां क्रमश: 52, 51 और 72 आईपीएस अधिकारियों के पद खाली पड़े हैं। अधिकारी ने कहा कि रिक्त पदों को भरने के लिए कदम उठाने के बावजूद सारे कैडरों में लगातार पद खाली हैं।
आईपीएस अधिकारियों की सीधी भर्ती 2005 में 88 से बढ़कर 103 गई। फिर 2008 में 130 अधिकारियों की भर्ती हुई और 2009 में 150 अधिकारियों की भर्ती हुई। 2013 में 145 अधिकारियों को सेवा में भर्ती किया गया और उन सभी की अभी प्रोबेशनरी अवधि चल रही है। आईपीएस अधिकारियों की भर्ती करने के अलावा सरकार ने वैकल्पिक तरीका अपनाया है।
सरकार सीमित प्रतियोगिता परीक्षा से वार्षिक तौर पर 80 उम्मीदवारों की भर्ती कर रही है। अधिकारी ने कहा कि इसके अलावा भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों की नियुक्त करने के लिए राज्य पुलिस सेवा के अधिकारियों को प्रमोशन देने में तेजी लाई गई है।
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