बेंगलुरू:
कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद की अपनी दावेदारी तेज करते हुए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने गुरुवार को पार्टी के विधायकों के जरिए अपनी ताकत का प्रदर्शन किया।
मुख्यमंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा को चुनौती अपने पूर्ववर्ती येदियुरप्पा से मिल रही है। येदियुरप्पा को अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते पिछले वर्ष जुलाई में मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी।
येदियुरप्पा को उम्मीद है कि उन्हें छह महीने के भीतर दोबारा मुख्यमंत्री बना दिया जाएगा लेकिन पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने यह साफ कर दिया है कि भ्रष्टाचार के आरोपों से जबतक वह मुक्त नहीं हो जाते तबतक मुख्यमंत्री पद पर उनकी वापसी सम्भव नहीं है। येदियुरप्पा चाहते हैं कि पार्टी आधिकारिक रूप से उन्हें राज्य का सबसे बड़ा नेता घोषित करे।
पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी की राज्य की यात्रा से एक दिन पहले येदियुरप्पा ने संगठन पर अपनी पकड़ दिखाने के लिए गुरुवार को बेंगलुरू में पार्टी विधायकों को दोपहर भोज पर आमंत्रित किया। इस भोज में पार्टी के 120 विधायकों में से करीब 80 विधायक, विधान परिषद के कई सदस्य और सांसद शरीक हुए।
ज्ञात हो कि गडकरी दो दिनों तक चलने वाली पार्टी की 'चिंतन-मंथन' बैठक में हिस्सा लेंगे। यह बैठक गत सात फरवरी को विधानसभा में तीन मंत्रियों लक्ष्मण सावदी, सी.सी. पाटील और जे. कृष्णा पालेमर द्वारा अश्लील वीडियो देखने के सम्बंध में बुलाई गई है। घटना के अगले दिन तीनों मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
भोज में शरीक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के.एस. ईश्वरप्पा ने पत्रकारों से कहा कि गडकरी की यात्रा से पार्टी की मामूली समस्याएं दूर हो जाएंगी।
उल्लेखनीय है कि येदियुरप्पा ने अपने उत्तराधिकारी गौड़ा का चुनाव किया था लेकिन अब गौड़ा येदियुरप्पा की छाया से निकलने के लिए स्वतंत्र रूप से कार्य कर रहे हैं जो येदियुरप्पा को पसंद नहीं है और वह गौड़ा का विरोध कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा को चुनौती अपने पूर्ववर्ती येदियुरप्पा से मिल रही है। येदियुरप्पा को अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते पिछले वर्ष जुलाई में मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी।
येदियुरप्पा को उम्मीद है कि उन्हें छह महीने के भीतर दोबारा मुख्यमंत्री बना दिया जाएगा लेकिन पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने यह साफ कर दिया है कि भ्रष्टाचार के आरोपों से जबतक वह मुक्त नहीं हो जाते तबतक मुख्यमंत्री पद पर उनकी वापसी सम्भव नहीं है। येदियुरप्पा चाहते हैं कि पार्टी आधिकारिक रूप से उन्हें राज्य का सबसे बड़ा नेता घोषित करे।
पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी की राज्य की यात्रा से एक दिन पहले येदियुरप्पा ने संगठन पर अपनी पकड़ दिखाने के लिए गुरुवार को बेंगलुरू में पार्टी विधायकों को दोपहर भोज पर आमंत्रित किया। इस भोज में पार्टी के 120 विधायकों में से करीब 80 विधायक, विधान परिषद के कई सदस्य और सांसद शरीक हुए।
ज्ञात हो कि गडकरी दो दिनों तक चलने वाली पार्टी की 'चिंतन-मंथन' बैठक में हिस्सा लेंगे। यह बैठक गत सात फरवरी को विधानसभा में तीन मंत्रियों लक्ष्मण सावदी, सी.सी. पाटील और जे. कृष्णा पालेमर द्वारा अश्लील वीडियो देखने के सम्बंध में बुलाई गई है। घटना के अगले दिन तीनों मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
भोज में शरीक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के.एस. ईश्वरप्पा ने पत्रकारों से कहा कि गडकरी की यात्रा से पार्टी की मामूली समस्याएं दूर हो जाएंगी।
उल्लेखनीय है कि येदियुरप्पा ने अपने उत्तराधिकारी गौड़ा का चुनाव किया था लेकिन अब गौड़ा येदियुरप्पा की छाया से निकलने के लिए स्वतंत्र रूप से कार्य कर रहे हैं जो येदियुरप्पा को पसंद नहीं है और वह गौड़ा का विरोध कर रहे हैं।