दिल्ली विधानसभा चुनाव की सरगर्मियाँ बढ़ती जा रही है और इस दौरान सभी की नज़रें कुछ ख़ास चुनावी लड़ाईयों और चेहरे पर टिकी है। दिनोंदिन बढ़ रहे बेहद दिलचस्प चुनावी दंगल पर आईये डालते हैं एक नज़र और पता करने की कोशिश करते हैं कि कौन है वो ख़ास चेहरे जिनके चुनावी नतीजे कहीं ना कहीँ हम सबकी नज़र रहेगी।
1. किरण बेदी : किरण बेदी का नाम किसी पहचान का मोहताज नहीं है। पूर्व आईपीएस ऑफिसर और समाजसेवी रहीं किरण बेदी सार्वजनिक जीवन में सक्रिय है। बाद में वे अन्ना आंदोलन से भी जुड़ी रहीं। अपने करियर के दौरान भी काफी निडर और बेख़ौफ़ मानी जाने वाली किरण बेदी अपनी बलात् स्वभाव के लिए काफी मशहूर रही हैं....और उनकी इसी आयरन लेडी के ईमेज बीजेपी खूब भुनाने की कोशिश कर रही है। बीजेपी ने किरण बेदी को सभी पुराने नेताओं को दरकिनार कर मुख्यमंत्री के पद के लिए नियुक्त किया है, लेकिन बेदी के सिर पर खुद की सीट जीतने के अलावा उन्हें दिल्ली की जनता के बीच खुद को केजरीवाल का विकल्प के रुप में भी स्थापित करने की दोहरी ज़िम्मेदारी है।
2. अरविंद केजरीवाल: पूर्व आईआरएस ऑफिसर, आरटीआई कार्यकर्ता और इंडिया अगेंस्ट करप्शन अभियान के संयोजनक अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। अरविंद केजरीवाल की पहचान इस बात से ही साफ़ होती है कि बीजेपी को उनके खिलाफ़, उनकी ही पार्टी की पूर्व सहयोगी किरण बेदी को मैदान में लाना पड़ा। केजरीवाल पिछली बार दिल्ली की सत्ता से इस्तीफ़ा देकर एक बड़ी राजनैतिक ग़लती कर चुके हैं, उनपर दिल्ली की जनता का विश्वास दोबारा जीतने का दारोमदार है। अगर वो ऐसा नहीं कर पाते हैं तो आगे शायद उन्हें फिर शून्य से शुरुआत करनी पड़ सकती है।
3. नुपुर शर्मा: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र यूनियन की पूर्व अध्यक्ष नूपुर शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। नुपुर शर्मा दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ की अध्यक्ष रह चुकीं हैं और उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पढ़ाई की है। नुपुर के मुताबिक राजनीति में उनका अनुभव अरविंद केजरीवाल से ज्य़ादा है। नुपुर अगर केजरीवाल को ज़रा भी टक्कर दे पाती हैं तो पार्टी में उनकी हैसियत आने वाले दिनों में बेहतर ही होगी।
4. मनीष सिसोदिया : पटपड़गंज से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार मनीष सिसोदिया की आम आदमी पार्टी में काफी महत्वपूर्ण जगह है। वो केजरीवाल के बाद वे पार्टी में नंबर दो के नेता माने जाते हैं और केजरीवाल के करीबी भी। मनीष सिसोदिया उन चंद लोगों में से है जिन्होंने पहले दिन से आम आदमी पार्टी का साथ दिया है और पूरी मज़बूती के साथ। हालांकि इस चुनाव में मनीष सिसोदिया को पने ही पूर्व साथी विनोद कुमार बिन्नी की चुनौती मिलने जा रही है, जिनका जनाधार भी अच्छा माना जाता है। ये मुक़ाबला सिसोदिया के लिए आसान नहीं होगा।
5. जगदीश मुखी : जनकपुरी सीट पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता जगदीश मुखी को एक बार फिर मैदान में है। मुखी इससे पहले भी जनकपुरी से चुने जा चुके हैं लेकिन इस बार उनके सामने खड़े हैं उनके अपने ही दामाद सुरेश कुमार जिन्हें कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया है। घर से मिल रही इस चुनौती का जगदीश मुखी किस तरह से सामना करेंगे ये देखने वाली बात है।
6. शर्मिष्ठा मुखर्जी : ग्रेटर कैलाश का चुनाव भी इस बार काफी दिलचस्प होने जा रहा है। बगैर किसी आहट के कांग्रेस ने इस सीट से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी को चुनाव मैदान में उतारा है। शर्मिष्ठा को कड़ी चुनौती पिछले चुनाव में जीत हासिल करने वाले आप के सौरभ भारद्वाज से होगी। बीजेपी ने अभी इस सीट से अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।
7. अजय माकन : कांग्रेस ने दिल्ली चुनाव की ज़िम्मेदारी इस बार अपने युवा और विश्वासपात्र चेहरे अजय माकन को दी है। अजय इससे पहले दिल्ली और केंद्र सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। उन्हें राहुल गाँधी का करीबी भी माना जाता है। माकन पर चुनाव प्रचार के साथ-साथ, नेतृत्व की भी ज़िम्मेदारी है, ऐसे में अगर माकन अपनी सीट जीतने और पार्टी को सम्मानित लीड दिलाने में सफल होते हैं तो इसका असर कांग्रेस में उनके अहमियत पर ज़रूर पड़ेगा।
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