मणिपुर में इस माह के शुरू में आसानी से विश्वासमत जीतने के बाद मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह कांग्रेस के एक विधायक और छह पूर्व विधायकों के साथ रविवार की रात चार्टर्ड विमान से दिल्ली के लिए रवाना हुए. ये छह विधायक उन आठ विधायकों में शामिल हैं जो 10 अगस्त को कांग्रेस के व्हिप का उल्लंघन करते हुए विधानसभा के एक दिवसीय सत्र से दूर रहे थे और इस बीजेपी की अगुवाई में एन बीरेन सिंह सरकार ने विश्वास मत जीत लिया था. विशेष चार्टर्ड विमान में मुख्मयंत्री के साथ जो एकमात्र कांग्रेस विधायक रवाना हुए, वह उनके रिश्तेदार आर के इमो सिंह हैं. रवाना होने से पहले बीरेन सिंह ने कहा कि वह वर्तमान एवं पूर्व विधायकों का राष्ट्रीय राजधानी में व्यक्तिगत रूप से परिचय कराने के लिए बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से मिलेंगे तथा इन सभी वर्तमान एवं पूर्व विधायकों को बीजेपी में शामिल होने का न्योता देंगे मुख्यमंत्री के साथ रवाना हुए छह पूर्व विधायक वे विधायक हैं जिन्होंने 10 अगस्त को विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था और 11 अगस्त को कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी.
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गौरतलब है कि मणिपुर में एक समय ऐसा लग रहा था कि बीजेपी की सरकार जाने वाली है. लेकिन सरकार ने बीते 10 अगस्त को 16 के मुकाबले 28 वोट से विश्वास मत हासिल कर लिया था. मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 24 विधायक हैं. तीन विधायकों के इस्तीफे और दल-बदल कानून के तहत चार विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने के बाद अब सदन में सदस्यों की संख्या 53 है.
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दरअसल सरकार के सामने विश्वास मत हासिल करने की नौबत उस समय आ गई जब बीते 17 जून को सरकार से 6 विधायकों ने समर्थन वापस ले ले लिया. वहीं बीजेपी के तीन विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए. लेकिन बाद बीजेपी ने अच्छा मैनेजमेंट दिखाया और बीजेपी के शीर्ष नेताओं और मेघालय के मुख्यमंत्री और एनपीपी के सुप्रीमो कोनराड के संगमा के मनाने पर नेशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी) के चार विधायक बाद में गठबंधन में वापस आ गए. लेकिन सरकार को सबसे ज्यादा मजबूती कांग्रेस छोड़ने वाले विधायकों से मिली.
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