
नई दिल्ली:
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पूर्व सैनिकों के लिए वन रैंक-वन पेंशन लागू करने की घोषणा कर दी।
इस योजना की पांच प्रमुख बातें
1.) वन रैंक- वन पेंशन योजना 1 जुलाई 2014 से प्रभावी होगा।
2.) स्वेच्छा से रिटायर होने वाले रक्षा कर्मियों को वन रैंक- वन पेंशन (OROP) योजना के तहत कवर नहीं मिलेगा।
3.) बकाया राशि का चार छमाही किश्तों में भुगतान किया जाएगा। युद्ध के दौरान शहीद हुए सैनिकों की विधवाओं सहित सभी विधवाओं को बकाया राशि का एक किस्त में भुगतान किया जाएगा।
4.) पेंशन राशि हर पांच साल में फिर से तय की जाएगी।
5.) ओआरओपी लागू होने पर सरकारी खजाने से 8,000 करोड़ से 10,000 करोड़ रुपये का लागत आएग। वहीं बकाया राशि के भुगतान में 10,000 से 12,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
इस योजना की पांच प्रमुख बातें
2.) स्वेच्छा से रिटायर होने वाले रक्षा कर्मियों को वन रैंक- वन पेंशन (OROP) योजना के तहत कवर नहीं मिलेगा।
3.) बकाया राशि का चार छमाही किश्तों में भुगतान किया जाएगा। युद्ध के दौरान शहीद हुए सैनिकों की विधवाओं सहित सभी विधवाओं को बकाया राशि का एक किस्त में भुगतान किया जाएगा।
4.) पेंशन राशि हर पांच साल में फिर से तय की जाएगी।
5.) ओआरओपी लागू होने पर सरकारी खजाने से 8,000 करोड़ से 10,000 करोड़ रुपये का लागत आएग। वहीं बकाया राशि के भुगतान में 10,000 से 12,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
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