जयपुर:
राजस्थान के चितौड़गढ़ जिले के गंगरार स्थित मेवाड़ यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में बीफ पकाने की अफवाह के चलते चार कश्मीरी छात्रों पुलिस ने 26 घंटों तक थाने में रखने के बाद हॉस्टर भेज दिया है। चारों छात्रों ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि पुलिस ने उनसे अच्छा व्यवहार किया। उन्हें फोन प्रयोग करने देने की इजाजत दी गई है।
इससे पहले मंगलवार को तब छात्रों के दो गुट आमने-सामने आ गए थे जब यह अफवाह उड़ी कि हॉस्टल के कमरे में बीफ पक रहा है। इसके बाद यूनिवर्सिटी के गेट के बाहर भी भीड़ जमा हो गई। इस घटना के बाद से यूनिवर्सिटी में तनाव का माहौल बन गया। यूनिवर्सिटी ने एक आंतरिक जांच कमेटी भी बिठा दी।
गंगरार पुलिस थानाधिकारी लाभू राम ने बताया था कि विश्वविद्यालय के हॉस्टल में बीते सोमवार की रात को कुछ छात्रों द्वारा एक कमरे में गाय का मांस पकाने की आंशका जताते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन को सूचना दी गई थी। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर कुछ छात्रों ने हॉस्टल में रह रहे कश्मीरी छात्रों के साथ धक्का मुक्की भी की।
थानाधिकारी के अनुसार मौके पर पहुंची पुलिस ने चार कश्मीरी छात्रों शाकित अशरफ (21), हिलाल फारूक (21) मोहम्मद मकबूल (27) और शौकत अली भट्टी (21) को सीआरपीसी की धारा 151 (संभावित अपराध करने को रोकने के लिए) के तहत मंगलवार को गिरफ्तार किया। हालांकि पुलिस ने छात्रावास के कमरे में गाय का मांस पकने की पुष्टि नहीं की है और मांस को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था।
इधर, विश्वविद्यालय के जनसम्पर्क अधिकारी हरीश गुरलानी ने कहा कि हॉस्टल के एक कमरे में मांस तो पकाया गया है, लेकिन यह गाय का मांस नहीं था। विश्वविद्यालय के हॉस्टल में मांस पकाना वर्जित है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में पांच हजार विद्यार्थियों में से करीब सात सौ से अधिक कश्मीरी विद्यार्थी हैं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
इससे पहले मंगलवार को तब छात्रों के दो गुट आमने-सामने आ गए थे जब यह अफवाह उड़ी कि हॉस्टल के कमरे में बीफ पक रहा है। इसके बाद यूनिवर्सिटी के गेट के बाहर भी भीड़ जमा हो गई। इस घटना के बाद से यूनिवर्सिटी में तनाव का माहौल बन गया। यूनिवर्सिटी ने एक आंतरिक जांच कमेटी भी बिठा दी।
गंगरार पुलिस थानाधिकारी लाभू राम ने बताया था कि विश्वविद्यालय के हॉस्टल में बीते सोमवार की रात को कुछ छात्रों द्वारा एक कमरे में गाय का मांस पकाने की आंशका जताते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन को सूचना दी गई थी। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर कुछ छात्रों ने हॉस्टल में रह रहे कश्मीरी छात्रों के साथ धक्का मुक्की भी की।
थानाधिकारी के अनुसार मौके पर पहुंची पुलिस ने चार कश्मीरी छात्रों शाकित अशरफ (21), हिलाल फारूक (21) मोहम्मद मकबूल (27) और शौकत अली भट्टी (21) को सीआरपीसी की धारा 151 (संभावित अपराध करने को रोकने के लिए) के तहत मंगलवार को गिरफ्तार किया। हालांकि पुलिस ने छात्रावास के कमरे में गाय का मांस पकने की पुष्टि नहीं की है और मांस को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था।
इधर, विश्वविद्यालय के जनसम्पर्क अधिकारी हरीश गुरलानी ने कहा कि हॉस्टल के एक कमरे में मांस तो पकाया गया है, लेकिन यह गाय का मांस नहीं था। विश्वविद्यालय के हॉस्टल में मांस पकाना वर्जित है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में पांच हजार विद्यार्थियों में से करीब सात सौ से अधिक कश्मीरी विद्यार्थी हैं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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