लंगेट स्थित सेना के शिविर पर गुरुवार सुबह कुछ आतंकवादियों ने हमला कर दिया
नई दिल्ली:
जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में हंदवाड़ा स्थित लंगेट में सेना के कैंप के पास आतंकी हमले की कोशिश नाकाम कर दी गई है. आतंकवादियों ने गुरुवार सुबह कैंप के पास गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की और तीन आतंकियों को मार गिराया.
सेना ने बताया कि इन आतंकियों के पास से एके-47 राइफल, ग्रेनेड लॉन्चर के अलावा भारी मात्रा में गोला बारूद मिले हैं. इसके अलावा उनके पास से रास्ते बताने वाला जीपीएस, रेडियो सेट और नक्शे भी मिले हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उनके पास मिले खाने और दवाइयों के पैकेट पर पाकिस्तान के निशान पाए गए हैं.
आशंका जताई जा रही है कि उरी की तरह ही यहां भी आतंकियों की कोशिश राष्ट्रीय राइफ़ल्स के कैंप में घुसने की थी, लेकिन चौकन्ना जवानों ने आतंकियों की इस कोशिश को नाकाम करते हुए तीन आतंकियों को ढेर कर दिया, जबकि कुछ आतंकियों के पास के जंगल में छिप जाने की आशंका है. इस दौरान किसी भारतीय सैनिक के हताहत होने की सूचना नहीं है.
भारतीय सेना के श्रीनगर मुख्यालय 15 कॉर्प्स के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, 'इस मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया.' उन्होंने बताया, 'आतकंवादी सेना की वर्दी में थे और उन्होंने सुबह (गुरुवार) 5.10 बजे कुपवाड़ा जिले के लांगेट कस्बे में स्थित 30 आरआर के शिविर पर हमला कर दिया, लेकिन शिविर के बाहर चौकन्ना गार्डों ने आतंकवादियों के शिविर में घुसने के प्रयास को नाकाम कर दिया.'
उन्होंने बताया कि जब सैन्य बल तलाशी अभियान चला रहे थे, तभी आतंकवादियों ने उन पर फिर से गोलीबारी की. अधिकारी ने कहा, 'मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए और घटनास्थल से तीन एके 47 राइफल बरामद हुईं.' उन्होंने बताया कि इलाके में अब भी कुछ आतंकियों के छिपे होने की आशंका है, जिन्हें पकड़ने के लिए अभियान चल रहा है.
इससे पहले 3 अक्टूबर को आतंकवादियों ने बारामूला के जाबांजपोरा इलाके में 47 आरआर के शिविर पर हमला कर दिया था, जिसमें बीएसएफ के एक जवान शहीद हो गए थे, जबकि एक अन्य घायल हो गए थे. हालांकि तब आतंकवादी भागने में कामयाब रहे थे. (एजेंसी इनपुट के साथ)
सेना ने बताया कि इन आतंकियों के पास से एके-47 राइफल, ग्रेनेड लॉन्चर के अलावा भारी मात्रा में गोला बारूद मिले हैं. इसके अलावा उनके पास से रास्ते बताने वाला जीपीएस, रेडियो सेट और नक्शे भी मिले हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उनके पास मिले खाने और दवाइयों के पैकेट पर पाकिस्तान के निशान पाए गए हैं.
आशंका जताई जा रही है कि उरी की तरह ही यहां भी आतंकियों की कोशिश राष्ट्रीय राइफ़ल्स के कैंप में घुसने की थी, लेकिन चौकन्ना जवानों ने आतंकियों की इस कोशिश को नाकाम करते हुए तीन आतंकियों को ढेर कर दिया, जबकि कुछ आतंकियों के पास के जंगल में छिप जाने की आशंका है. इस दौरान किसी भारतीय सैनिक के हताहत होने की सूचना नहीं है.
भारतीय सेना के श्रीनगर मुख्यालय 15 कॉर्प्स के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, 'इस मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया.' उन्होंने बताया, 'आतकंवादी सेना की वर्दी में थे और उन्होंने सुबह (गुरुवार) 5.10 बजे कुपवाड़ा जिले के लांगेट कस्बे में स्थित 30 आरआर के शिविर पर हमला कर दिया, लेकिन शिविर के बाहर चौकन्ना गार्डों ने आतंकवादियों के शिविर में घुसने के प्रयास को नाकाम कर दिया.'
उन्होंने बताया कि जब सैन्य बल तलाशी अभियान चला रहे थे, तभी आतंकवादियों ने उन पर फिर से गोलीबारी की. अधिकारी ने कहा, 'मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए और घटनास्थल से तीन एके 47 राइफल बरामद हुईं.' उन्होंने बताया कि इलाके में अब भी कुछ आतंकियों के छिपे होने की आशंका है, जिन्हें पकड़ने के लिए अभियान चल रहा है.
इससे पहले 3 अक्टूबर को आतंकवादियों ने बारामूला के जाबांजपोरा इलाके में 47 आरआर के शिविर पर हमला कर दिया था, जिसमें बीएसएफ के एक जवान शहीद हो गए थे, जबकि एक अन्य घायल हो गए थे. हालांकि तब आतंकवादी भागने में कामयाब रहे थे. (एजेंसी इनपुट के साथ)