चेन्नई:
इंडियन स्पेस एजेंसी इसरो की ओर से अंतरिक्ष की दुनिया में आज एक इतिहास रचा गया। इसरो ने पीएसएलवी के जरिए 20 उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेज दिया। इन 20 उपग्रहों में 13 अमेरिका, तीन भारत और चार उपग्रह कनाडा, जर्मनी और इंडोनेशिया के हैं।
भारत का कार्टोसैट जो रखेगा धरती की निगरानी
आज छोड़े गए अमेरिकी उपग्रहों में गूगल कंपनी का अर्थ इमेजिंग सैटेलाइट भी शामिल है। इसके अलावा इस सूची में भारत का कार्टोसैट उपग्रह भी शामिल है जोकि अंतरिक्ष से धरती की निगरानी के लिए डिज़ाइन किया गया है।
पक्षियों को आसमान में उड़ाने के समान
एनडीटीवी से बात करते हुए ISRO प्रमुख किरण कुमार ने कहा कि 20 उपग्रहों को अंतरिक्ष में छोड़ना एक तरह से पक्षियों को आसमान में उड़ाने जैसा है। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि ISRO का ये अभियान सफल रहेगा। दरअसल, ISRO ने ही 2008 में पहली बार एक साथ 10 सैटेलाइट लॉन्च कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था, लेकिन इसके बाद अमेरिका ने 29 और रूस ने 33 सैटेलाइट एक साथ लॉन्च कर बढ़त बना ली।
इसरो अभी तक 20 अलग अलग देशों के 57 सैटेलाइट छोड़ चुका है जिस से देश को 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर की आमदनी हुई है।
इस खबर से जुड़ीं खास बातें
26 मिनट की उड़ान में 20 उपग्रह स्थापित करने का लक्ष्य
भारत का रॉकेट पीएसएलवी 36वीं उड़ान पर
कनाडा, इंडोनेशिया, जर्मनी और अमेरिका के उपग्रह भी होंगे
भारतीय एकैडमिक समुदाय के बनाए दो उपग्रह भी
पहली बार गूगल की कंपनी के लिए एक उपग्रह
पहली बार इसरो एक 'उड़ता गूगल' स्थापित करेगा
भारत के पीएसएलवी का वज़न 320 टन, ऊंचाई 44 मीटर
28 अप्रैल 2008 को पीएसएलवी ने 10 उपग्रह छोड़े थे
2013 में अमेरिकी रॉकेट ने एक लांच में 29 उपग्रह छोड़े
2014 में रूसी रॉकेट DNEPR ने 37 उपग्रह छोड़े
भारत का कार्टोसैट जो रखेगा धरती की निगरानी
आज छोड़े गए अमेरिकी उपग्रहों में गूगल कंपनी का अर्थ इमेजिंग सैटेलाइट भी शामिल है। इसके अलावा इस सूची में भारत का कार्टोसैट उपग्रह भी शामिल है जोकि अंतरिक्ष से धरती की निगरानी के लिए डिज़ाइन किया गया है।
पक्षियों को आसमान में उड़ाने के समान
एनडीटीवी से बात करते हुए ISRO प्रमुख किरण कुमार ने कहा कि 20 उपग्रहों को अंतरिक्ष में छोड़ना एक तरह से पक्षियों को आसमान में उड़ाने जैसा है। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि ISRO का ये अभियान सफल रहेगा। दरअसल, ISRO ने ही 2008 में पहली बार एक साथ 10 सैटेलाइट लॉन्च कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था, लेकिन इसके बाद अमेरिका ने 29 और रूस ने 33 सैटेलाइट एक साथ लॉन्च कर बढ़त बना ली।
इसरो अभी तक 20 अलग अलग देशों के 57 सैटेलाइट छोड़ चुका है जिस से देश को 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर की आमदनी हुई है।
इस खबर से जुड़ीं खास बातें
26 मिनट की उड़ान में 20 उपग्रह स्थापित करने का लक्ष्य
भारत का रॉकेट पीएसएलवी 36वीं उड़ान पर
कनाडा, इंडोनेशिया, जर्मनी और अमेरिका के उपग्रह भी होंगे
भारतीय एकैडमिक समुदाय के बनाए दो उपग्रह भी
पहली बार गूगल की कंपनी के लिए एक उपग्रह
पहली बार इसरो एक 'उड़ता गूगल' स्थापित करेगा
भारत के पीएसएलवी का वज़न 320 टन, ऊंचाई 44 मीटर
28 अप्रैल 2008 को पीएसएलवी ने 10 उपग्रह छोड़े थे
2013 में अमेरिकी रॉकेट ने एक लांच में 29 उपग्रह छोड़े
2014 में रूसी रॉकेट DNEPR ने 37 उपग्रह छोड़े
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