आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो).
नई दिल्ली:
ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में अयोग्य घोषित किए गए आम आदमी पार्टी (आप) के 20 विधायक कानूनी लड़ाई के लिए अदालत की दहलीज पर तो पहुंच ही गए हैं, वे उप चुनाव के लिए भी तैयारी करने लगे हैं. आप ने रविवार को संकेत दिया कि यदि कोर्ट से उसे न्याय नहीं मिला तो वह फिर चुनाव लड़कर जनादेश हासिल करेगी.
आम आदमी पार्टी ने अयोग्य करार दिए गए अपने 20 विधायकों से कहा है कि वे कानूनी लड़ाई लड़ें, लेकिन साथ ही उप चुनावों के लिए भी तैयार रहें. आप में मौजूद सूत्रों ने बताया कि पार्टी हर संभव कानूनी राह अपनाएगी, लेकिन विधायकों को किसी भी संभावना के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है. शुक्रवार को निर्वाचन आयोग द्वारा विधायकों को आयोग्य करार देने की सिफारिश करने की खबरें आने के बाद वे राहत के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय पहुंचे. मामले पर अब सोमवार को सुनवाई होगी.
यह भी पढ़ें : केजरीवाल बोले, भगवान ने इसी दिन के लिए 'आप' को 67 सीटें दी थीं, क्योंकि उन्हें पता था कि...
गौरतलब है कि सभी 20 विधायकों को लाभ का पद रखने के लिए अयोग्य करार दिया गया है. अयोग्य करार दिए जाने से पहले कस्तूरबा नगर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले मदनलाल ने कहा, ‘‘हमें अदालत में न्याय मिलने की उम्मीद है. अगर हमें न्याय नहीं मिला तो हम जनता की अदालत में जाएंगे जो सर्वोच्च अदालत है.’’
VIDEO : आम आदमी पार्टी को तगड़ा झटका
चांदनी चौक क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली अलका लांबा ने कहा कि अयोग्य ठहराए गए विधायकों को न्यायपालिका पर विश्वास है लेकिन अगर अदालत उनके पक्ष में फैसला नहीं देती है तो वे फिर से लोगों के पास जाने और नए सिरे से जनादेश हासिल करने के लिए तैयार हैं.
(इनपुट भाषा से)
आम आदमी पार्टी ने अयोग्य करार दिए गए अपने 20 विधायकों से कहा है कि वे कानूनी लड़ाई लड़ें, लेकिन साथ ही उप चुनावों के लिए भी तैयार रहें. आप में मौजूद सूत्रों ने बताया कि पार्टी हर संभव कानूनी राह अपनाएगी, लेकिन विधायकों को किसी भी संभावना के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है. शुक्रवार को निर्वाचन आयोग द्वारा विधायकों को आयोग्य करार देने की सिफारिश करने की खबरें आने के बाद वे राहत के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय पहुंचे. मामले पर अब सोमवार को सुनवाई होगी.
यह भी पढ़ें : केजरीवाल बोले, भगवान ने इसी दिन के लिए 'आप' को 67 सीटें दी थीं, क्योंकि उन्हें पता था कि...
गौरतलब है कि सभी 20 विधायकों को लाभ का पद रखने के लिए अयोग्य करार दिया गया है. अयोग्य करार दिए जाने से पहले कस्तूरबा नगर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले मदनलाल ने कहा, ‘‘हमें अदालत में न्याय मिलने की उम्मीद है. अगर हमें न्याय नहीं मिला तो हम जनता की अदालत में जाएंगे जो सर्वोच्च अदालत है.’’
VIDEO : आम आदमी पार्टी को तगड़ा झटका
चांदनी चौक क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली अलका लांबा ने कहा कि अयोग्य ठहराए गए विधायकों को न्यायपालिका पर विश्वास है लेकिन अगर अदालत उनके पक्ष में फैसला नहीं देती है तो वे फिर से लोगों के पास जाने और नए सिरे से जनादेश हासिल करने के लिए तैयार हैं.
(इनपुट भाषा से)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं