संगरूर पुलिस का कहना है कि लड़की की आत्महत्या के प्रयास का कारण पारिवारिक समस्या है.
संगरूर:
पंजाब के संगरूर ज़िले में 16 साल की एक लड़की ने छेड़छाड़ से तंग आकर खुद को आग लगा ली। 5 दिन तक ज़िन्दगी के लिए लड़ने के बाद आख़िरकार उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया। लेकिन पुलिस ने सिर्फ एक आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया जबकि मरने से पहले रिकॉर्ड किये गए वीडियो में लड़की 4 युवकों के नाम ले रही है।
घरवाले पढ़ाई न छुड़वा दें, इस डर से पीड़ित ने छेड़छाड़ की बात 4 महीने तक छुपाये रखी। आखिर 4 अगस्त को लड़कों ने बस स्टॉप पर ज़बरदस्ती करने की कोशिश की और कपड़े भी फाड़ दिए। इस बेइज़्ज़ती को वह सहन नहीं कर पाई और मिट्टी का तेल छिड़ककर खुद को आग लगा ली। 80 फ़ीसदी जली हुई हालत में पीड़ित को चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती किया गया जहां उसने मंगलवार सुबह दम तोड़ दिया। लेकिन मजिस्ट्रेट ने मरने से पहले जो बयान दर्ज किया है उसमें सिर्फ एक आरोपी का ज़िक्र है। पुलिस ने मनी नाम के युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
लेकिन मृतक के भाई के मुताबिक मजिस्ट्रेट जल्दी में थे, मेरी बहन ने पहले उनको एक लड़के का नाम बताया था, लेकिन बाद में वह कहती रही कि और भी लड़के शामिल थे, लेकिन उसकी नहीं सुनी गयी। हम चाहते हैं कि वीडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर कार्रवाई की जाए। दोषियों को सख्त सजा मिले।
इस मामले में पुलिस की लापरवाही एक बार फिर सामने आ गयी। दो दिन तक परिवारवाले पुलिस को समझाने की कोशिश करते रहे कि लकड़ी ने आग छेड़छाड़ से आजिज़ आकर लगाई है न कि घरेलू कलह से तंग आकर।
पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा, 'मैंने आज ही आईजी और एडीजीपी को निर्देश दिए हैं कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाई हो।'
फिलहाल पीड़ित लड़की का पोस्टमॉर्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है और आला अफसर मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों को नहीं बख़्शने की बात कह रहे हैं।
घरवाले पढ़ाई न छुड़वा दें, इस डर से पीड़ित ने छेड़छाड़ की बात 4 महीने तक छुपाये रखी। आखिर 4 अगस्त को लड़कों ने बस स्टॉप पर ज़बरदस्ती करने की कोशिश की और कपड़े भी फाड़ दिए। इस बेइज़्ज़ती को वह सहन नहीं कर पाई और मिट्टी का तेल छिड़ककर खुद को आग लगा ली। 80 फ़ीसदी जली हुई हालत में पीड़ित को चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती किया गया जहां उसने मंगलवार सुबह दम तोड़ दिया। लेकिन मजिस्ट्रेट ने मरने से पहले जो बयान दर्ज किया है उसमें सिर्फ एक आरोपी का ज़िक्र है। पुलिस ने मनी नाम के युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
लेकिन मृतक के भाई के मुताबिक मजिस्ट्रेट जल्दी में थे, मेरी बहन ने पहले उनको एक लड़के का नाम बताया था, लेकिन बाद में वह कहती रही कि और भी लड़के शामिल थे, लेकिन उसकी नहीं सुनी गयी। हम चाहते हैं कि वीडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर कार्रवाई की जाए। दोषियों को सख्त सजा मिले।
इस मामले में पुलिस की लापरवाही एक बार फिर सामने आ गयी। दो दिन तक परिवारवाले पुलिस को समझाने की कोशिश करते रहे कि लकड़ी ने आग छेड़छाड़ से आजिज़ आकर लगाई है न कि घरेलू कलह से तंग आकर।
पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा, 'मैंने आज ही आईजी और एडीजीपी को निर्देश दिए हैं कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाई हो।'
फिलहाल पीड़ित लड़की का पोस्टमॉर्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है और आला अफसर मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों को नहीं बख़्शने की बात कह रहे हैं।
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