असम के चिरांग जिले में नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (सोंगबिजीत) ने मुखबिर होने के संदेह में एक किशोरी की उसके माता-पिता के सामने गोली मारकर हत्या कर दी। इस वारदात का वीडियो स्थानीय टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित होने के बाद जांच की घोषणा की गई।
इस वीडियो में रूनीखाता थानाक्षेत्र के द्विमुग्री गांव में 16 साल की लड़की अपने माता-पिता और ग्रामीणों के बीच खून से लथपथ ढेर पड़ी हुई नजर आ रही है। नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (सोंगबिजीत) ने यह वीडियो भेजा था जिसे कल रात से टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित किया जा रहा है।
सरकार के प्रवक्ता राज्य के उद्योग मंत्री प्रद्युत ने कहा कि नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (सोंगबिजीत) के उग्रवादियों द्वारा की गई इस हत्या की जांच का आदेश दिया जाएगा। इस खबर की पुष्टि की जाएगी कि लड़की का शव खेत में पिछले दो दिन से पड़ा है और उसके अभिभावक शव लाने से डर रहे हैं।
सरकार कर्तव्य में लापरवाही के लिए दोषी पाए जाने वाले किसी भी पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
संदेह है कि 20 अगस्त को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में पांच नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (सोंगबिजीत) उग्रवादियों के मारे जाने के अगले दिन इस लड़की की हत्या कर दी गई।
एक उग्रवादी ने वीडियो में दावा किया कि मुखबिर होने की वजह से लड़की की हत्या की गई और यह दूसरों के लिए चेतावनी है।
उसका यह भी दावा है कि उसके गुट के उग्रवादियों को सेना ने नहीं बल्कि दूसरे गुट के उग्रवादियों ने मार डाला।
ग्रामीणों का आरोप है कि वीडियो के प्रसारण के बाद ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। इस घटना की विभिन्न संगठनों ने निंदा की है।
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