प्रतीकात्मक फोटो
कोहिमा:
चुनावी राज्य नगालैंड में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में सत्तारूढ़ नगा पीपुल्स फ्रंट सहित 11 दलों ने 27 फरवरी को होने वाले चुनाव में मुकाबला नहीं करने का फैसला किया है. लंबित नगा राजनीतिक समस्या को पहले सुलझाने के लिए आदिवासी संगठनों और नागरिक समाज समूहों की मांगों का दलों ने समर्थन किया है. नगालैंड आदिवासी होहो और नागरिक संगठन की कोर कमेटी (सीसीएनटीएचसीओ) की बुलायी गई बैठक में यह फैसला किया गया. इसमें 11 दलों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे.
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दलों के दस्तखत वाले संयुक्त घोषणापत्र में कहा गया है, ‘‘नगा लोगों की सर्वसम्मत राय है कि राजनीतिक समाधान या नगा शांति समझौता, चुनाव से ज्यादा महत्वपूर्ण है और इस वजह से अमन चैन के लिए नगालैंड के विधानसभा चुनाव को टालना जरूरी है.’’
VIDEO: प्रदर्शनकारियों की मांगें मान ली गई हैं : नगालैंड के मुख्यमंत्री
इन दलों में- नगा पीपुल्स फ्रंट, कांग्रेस, भाजपा, नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक पीपुल्स पार्टी, नगालैंड कांग्रेस, यूनाइटेड नगालैंड डेमोक्रेटिक पार्टी, आम आदमी पार्टी, नेशनल कांग्रेस पार्टी, लोक जन पार्टी, जनता दल (यू) और नेशनल पीपुल्स पार्टी शामिल है .
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दलों के दस्तखत वाले संयुक्त घोषणापत्र में कहा गया है, ‘‘नगा लोगों की सर्वसम्मत राय है कि राजनीतिक समाधान या नगा शांति समझौता, चुनाव से ज्यादा महत्वपूर्ण है और इस वजह से अमन चैन के लिए नगालैंड के विधानसभा चुनाव को टालना जरूरी है.’’
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इन दलों में- नगा पीपुल्स फ्रंट, कांग्रेस, भाजपा, नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक पीपुल्स पार्टी, नगालैंड कांग्रेस, यूनाइटेड नगालैंड डेमोक्रेटिक पार्टी, आम आदमी पार्टी, नेशनल कांग्रेस पार्टी, लोक जन पार्टी, जनता दल (यू) और नेशनल पीपुल्स पार्टी शामिल है .
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