जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से घाटी में ग़ैर कश्मीरी लोग आतंकियों के निशाने पर हैं. बीती रात कुलगाम के कतारसू में आतंकियों ने पश्चिम बंगाल के पांच मज़दूरों की हत्या कर दी. आतंकियों ने मज़दूरों को लाइन में खड़ा कर गोलियों से मार डाला. हमले में एक मज़दूर घायल हुआ है. ये सभी पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के रहने वाले हैं. अनुच्छेद 370 हटने के बाद से ये सबसे बड़ा हमला है. घाटी में पिछले 15 दिनों में 11 ग़ैर कश्मीरी लोगों की हत्या हुई है, जिनमें छह मज़दूर, चार ट्रक ड्राइवर और एक सेब कारोबारी है. वहीं इन घटनाओं पर कश्मीर से सांसद नज़ीर अहमद ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा है, 'जहां ये हत्या हुई है वहां से कुछ दूरी पर मेरा घर है. लोग बहुत दुखी हैं पता नहीं क्यों गरीब लोगों को मारा गया. इनसे क्या मिलेगा, ये नहीं होना चाहिए. कश्मीर में 20 साल क्या हो रहा है. क्यों इसे लड़ाई का मैदान बना दिया गया. लोग सोच रहे हैं सारे कश्मीरी कातिल हैं इसके पीछे जो हाथ हैं उसे काटना चाहिए. ये सरकार का डिफेक्ट है जो सुरक्षा देती है. जो इसमें शामिल हैं उनको सख्त सजा देनी चाहिए. हम ऐसी घटना की निंदा करते हैं. कश्मीर का इससे बहुत नुकसान होगा.'
गौरतलब है कि 31 अक्टूबर यानी कल जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशो में बांट दिया जाएगा. इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में जो नियम अब तक अनुच्छेद 370 की वजह से लागू नहीं हो पा रहे थे वह लागू कर दिए जाएंगे. हालांकि इस फैसले के बाद से केंद्र और जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से फूंक-फूंक कर कदम रखे जा रहे हैं. बीते 5 अगस्त को लिए गए फैसले के बाद से कई तरह की पाबंदियां लगा दी गई थीं. जिसमें मोबाइल फोन सेवा, इंटरनेट और पर्यटकों की आवाजाही पर प्रतिबंध था. इसके साथ ही कई नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है. हालांकि कुछ दिन पहले ही मोबाइल फोन सेवाओं को शुरू कर दिया गया है और पर्यटकों की आवाजाही भी.
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