यह ख़बर 19 जून, 2012 को प्रकाशित हुई थी

टीम अन्ना को तोड़ने के लिए किया गया था 100 करोड़ का खर्चा : केजरीवाल

खास बातें

  • टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि मजबूत लोकपाल विधेयक को लेकर केंद्र सरकार से संघर्ष कर रहे इस समूह को तोड़ने की साजिश के तहत 100 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
इंदौर:

टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि मजबूत लोकपाल विधेयक को लेकर केंद्र सरकार से संघर्ष कर रहे इस समूह को तोड़ने की साजिश के तहत 100 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।

केजरीवाल ने कहा, ‘इस साजिश के तहत जनता को दिग्भ्रमित करने के लिए यह दुष्प्रचार किया जा रहा है कि टीम अन्ना आपस में लड़कर टूट रही है, जबकि हमारे बीच कोई लड़ाई नहीं है।’ जब उनसे उनके आरोप के मद्देनजर पूछा गया कि टीम अन्ना को तोड़ने के लिए किन लोगों ने 100 करोड़ रुपये खर्च किए हैं तो उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘देश की जनता जानती है कि कौन लोग पैसा खर्च कर रहे हैं और कौन लोग खरीदे जा रहे हैं। यह काम निहित स्वार्थ वाले वे लोग कर रहे हैं, जिनके हित मजबूत लोकपाल विधेयक पारित होने से प्रभावित होंगे।’ उन्होंने कहा, ‘सिर्फ यह बताने के लिए हम पर कीचड़ फेंका जा रहा है कि हमारी शर्ट गंदी है।’

केजरीवाल ने एक सवाल पर इस बात से इनकार किया कि गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने राष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के उम्मीदवार वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी को ‘क्लीन चिट’ दे दी है। उन्होंने कहा, ‘अन्ना ने सिर्फ इतना कहा है कि कांग्रेस के बाकी नेताओं के मुकाबले मुखर्जी बेहतर हैं। लेकिन हम इस बात पर अडिग हैं कि राष्ट्रपति की कुर्सी पर पहुंचने से पहले मुखर्जी के खिलाफ लगे आरोपों की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।’

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केजरीवाल ने एक सवाल पर कहा, ‘मुखर्जी पर हमारे आरोप लगाने के समय को लेकर उठाए जाने वाले सवाल बेतुके हैं, क्योंकि ये इल्जाम बहुत पुराने हैं और लम्बा समय बीत जाने के बावजूद इस सिलसिले में कोई जांच नहीं की गई है।’