नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका की अपनी पहली राजकीय यात्रा के दौरान गुरुवार को राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ उच्च स्तरीय वार्ता करने व्हाइट हाउस पहुंचे. दोनों नेताओं के बीच इस बैठक का मकसद रक्षा, अंतरिक्ष, स्वच्छ ऊर्जा और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी सहित भारत अमेरिका सामरिक संबंधों को और गति प्रदान करना है. इस मौके पर पीएम मोदी का गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. प्रधानमंत्री मोदी ने गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन का आभार जताया.
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन का आभार जताया. पहली बार व्हाइट हाउस के द्वार इतनी बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकियों के लिए खोले गये हैं.
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम दोनों देश अपनी विविधता पर गर्व करते हैं, हम दोनों ही सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय के मूल सिद्धांत में विश्वास करते हैं
- आज वहाइट हाउस में शानदार स्वागत सम्मान एक प्रकार से 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है. यह अमेरिका में रहने वाले करीब 40 लाख भारतीय मूल के लोगों का भी सम्मान है. इसके लिए मैं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन का आभार प्रकट करता हूं.
- पीएम मोदी ने कहा कि पोस्ट कोविड काल में विश्व व्यवस्था एक नया आकार ले रहा है. इस कालखंड में भारत और अमेरिका की दोस्ती पूरी दुनिया की ताकत को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगी. दोनों देश वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धता के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
- अमेरिका में भारतीय समुदाय के लोग अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के जरिये अमेरिका में भारत का गौरव बढ़ा रहे हैं.
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं जल्दी ही राष्ट्रपति बाइडन के साथ विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करूंगा। मुझे विश्वास है कि हमारी बातचीत सकारात्मक होगी.
- मोदी ने कहा कि पीएम बनने के बाद मैं कई बार व्हाइट हाउस गया हूं। यह पहली बार है जब व्हाइट हाउस के दरवाजे इतनी बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए खोले गए हैं.
- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से द्विपक्षीय वार्ता से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि दोनों देश वैश्विक अच्छाई, शांति, स्थिरता के लिए काम करेंगे और दोनों देशों के संबंध नई ऊंचाइयों को छुएंगे.
- प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति बाइडन के साथ व्हाइट हाउस के प्रांगण में अपने संबोधन में कहा, ‘‘ हम दोनों देश अपनी विविधता पर गर्व करते हैं, हम दोनों ही सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय के मूल सिद्धांत में विश्वास करते हैं.''
- मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के समाज और व्यवस्थाएं लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित हैं और दोनों देशों का संविधान तीन शब्द ‘‘ वी द पीपल' से प्रारंभ होता है जिसकी चर्चा राष्ट्रपति बाइडन ने की है.