Diabetes में कब करना चाहिए Blood Sugar टेस्ट, कितना होना चाहिए सामान्य शुगर लेवल, जानिए आसान भाषा में

Blood Sugar Level: डायबिटीज मरीज समय समय पर अपना ब्लड शुगर लेवल चेक करते रहते हैं लेकिन कई लोगों को इस बारे में नहीं पता कि ब्लड शुगर टेस्ट करने का सही तरीका क्या है, कितनी बार मापें और नॉर्मल ब्लड शुगर कितना होना चाहिए. यहां वह सब है जो आपको जानना चाहिए.

Diabetes में कब करना चाहिए Blood Sugar टेस्ट, कितना होना चाहिए सामान्य शुगर लेवल, जानिए आसान भाषा में

Blood Sugar Level: आप कितना व्यायाम कर रहे हैं जिसका भी शुगर लेवल पर असर पड़ता है.

Blood Sugar Test: डायबिटीज ऐसी बीमारी है जिसमें डाइट, दवा और टेस्ट काफी अहमियत रखते हैं. यूं तो लगभग सभी डायबिटीज मरीज समय समय पर अपना ब्लड शुगर लेवल चैक करते रहते हैं, लेकिन कई लोगों को इस बारे में नहीं पता कि ब्लड शुगर टेस्ट (Blood Sugar Test) करने का तरीका क्या है है या ये किस स्थिति में कितनी बार चेक करना चाहिए. डायबिटीज (Diabetes) में खान पान, दवाएं, इंसुलिन लेवल (Insulin Level) को एक साथ इवेलुएट करने के बाद ही डॉक्टर या एक्सपर्ट ब्लड शुगर टेस्ट करने की फ्रीक्वेंसी पर राय देते हैं.

कब-कब करना चाहिए ब्लड शुगर टेस्ट? | When Should Blood Sugar Test Be Done?

कुछ समय पहले अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन (ADA) की एक रिपोर्ट में कहा गया कि अगर कोई मरीज डायबिटीज टाइप 1 से ग्रसित है और इंसुलिन के शॉट्स ले रहा है तो उसे दिन में कम से कम तीन बार तो ब्लड शुगर टेस्ट करवाना ही चाहिए, लेकिन अगर डायबिटीज टाइप 2 की बात करें तो मरीज की डाइट, इंसुलिन लेवल को देखते हुए ये टेस्ट की संख्या तय की जा सकती है, जिन लोगों को दिन में कई बार इंसुलिन के शॉट्स दिए जाते हैं, उन्हें दिन में 4 से 8 बार यानी लगभग हर इंसुलि शॉट के बाद ब्लड शुगर टेस्ट की जरूरत पड़ सकती है लेकिन जो लोग इंसुलिन के शॉट्स नहीं लेते हैं उन्हें उनकी मेडिकल हिस्ट्री, डाइट, रूटीन के हिसाब से ब्लड शुगर टेस्ट की सलाह दी जाती है.

क्या आप भी इधर-उधर भूल जाते हैं चीजें, कहीं ये डिमेंशिया के लक्षण तो नहीं, जानें किस वजह से होती है ये बीमारी

शुगर लेवल को प्रभावित करने वाले फैक्टर्स | Factors Affecting Sugar Level

कई बार डायबिटीज पेशेंट के ब्लड शुगर लेवल पर कई तरह के फैक्टर असर डालते हैं, जैसे वो कितना भोजन कर रहे हैं, भोजन में क्या खा रहे हैं और वो कितना व्यायाम कर पा रहे हैं, इतना ही नहीं वो दवा की डोज कितनी ले रहे हैं आदि. ये सभी बदलाव शरीर में शुगर की मात्रा को बदलते हैं और इसके चलते शरीर में ब्लड शुगर का लेवल ऊपर नीचे होता रहता है.

kl0n094o

बरतें ये सतर्कता:

डायबिटीज की दवाएं शरीर में ग्लूकोज के उत्पादन को कंट्रोल करने का काम करती है और शरीर में इंसुलिन के प्रति सेंसेटिविटी तेज करती है ताकि शरीर इंसुलिन का अच्छी तरह से उपयोग कर सके, लेकिन कई बार लगातार दवाओं की वजह से ब्लड शुगर लो भी हो जाता है और लगातार दवाएं लेते रहने से शरीर को नुकसान होता है. इसलिए अगर आप लंबे समय से डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो ब्लड शुगर लेवल टेस्ट करने के साथ ही डॉक्टर को दवा भी दिखानी चाहिए.

अपनी डेली कैलोरी बर्न करने की स्पीड को बढ़ाने के लिए खाएं ये 7 सुपरफूड्स, कुछ ही दिनों में हो जाएंगे पतले!

सामान्य शुगर लेवल कितना होता है? | What Is The Normal Sugar Level?

हाई ब्लड शुगर से ग्रसित लोगों को दिन में कई बार बार टेस्ट करना चाहिए. एक बार खाली पेट, दोपहर को और रात को भोजन के बाद. सुबह खाली पेट यानी फास्टिंग के दौरान ब्लड शुगर का लेवल  80 MG/DLसे 130 MG/DL के बीच सही माना जाता है. जबकि खाना खाने के बाद ये लेवल 180 MG/DL हो ऐसी सलाह दी जाती है.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.