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कितना होता है नॉर्मल ब्लड शुगर लेवल? खाली पेट, ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के बाद कितना होना चाहिए? डायबिटीज कब मानते हैं...?

Normal Blood Sugar Level Range: खाली पेट, ब्रेकफास्ट के बाद, लंच और डिनर के बाद के ब्लड शुगर लेवल के सामान्य मापदंडों के बारे में पता होना जरूरी है. इस लेख में हम आपको सामान्य ब्लड शुगर लेवल के बारे में जानकारी देंगे, जिससे आपको समझने में आसानी होगी कि आपके शरीर में ग्लूकोज लेवल किस सीमा तक होना चाहिए.

कितना होता है नॉर्मल ब्लड शुगर लेवल? खाली पेट, ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के बाद कितना होना चाहिए? डायबिटीज कब मानते हैं...?
Normal Blood Sugar Level Range: डायबिटीज लाइफस्टाइ से जुड़ी एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है.

Blood Sugar Level Kitna Hona Chahiye: हममें से ज्यादातर लोगों को ये नहीं पता होता है कि हमारे शरीर में नॉर्मल ब्लड शुगर लेवल कितना होना चाहिए और कब डायबिटीज माना जाता है. ब्लड शुगर, यानी ब्लड में ग्लूकोज लेवल हमारे शरीर की ऊर्जा का मुख्य स्रोत होता है. ब्लड शुगर लेवल को सामान्य रखने से शरीर के कई अंग और मेटाबॉलिज्म सही तरीके से काम करते हैं. बहुत ज्यादा बढ़े हुए या बहुत कम ब्लड शुगर लेवल से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है. डायबिटीज आजकल की लाइफस्टाइ से जुड़ी एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है, जिससे दुनिया भर में लाखों लोग परेशान हैं. शुगर लेवल की जांच और उसे सामान्य बनाए रखना, एक हेल्दी लाइफ जीने के लिए बेहद जरूरी है.

ब्लड शुगर लेवल को सामान्य रखने के लिए इसकी नियमित जांच और जानकारी होना बेहद जरूरी है. डायबिटीज से बचाव और इसे कंट्रोल करने में रखने के लिए यह जानना जरूरी है कि हमारे शरीर में किस समय पर ब्लड शुगर का लेवल कितना होना चाहिए. खाली पेट, ब्रेकफास्ट के बाद, लंच और डिनर के बाद के ब्लड शुगर लेवल के सामान्य मापदंडों के बारे में पता होना जरूरी है. इस लेख में हम आपको सामान्य ब्लड शुगर लेवल के बारे में जानकारी देंगे, जिससे आपको समझने में आसानी होगी कि आपके शरीर में ग्लूकोज लेवल किस सीमा तक होना चाहिए.

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सामान्य शुगर लेवल क्या है? (What Is A Normal Sugar Level?)

ब्लड शुगर लेवल को मापने के लिए फास्टिंग, खाने के बाद (Postprandial) और HbA1c (तीन महीने का औसत) जैसी कई स्थिति में शुगर की माप की जाती है. सामान्य स्तर का अंतर व्यक्ति की आयु, लिंग और स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार भी अलग हो सकता है. यहां पर सामान्य व्यक्ति और डायबिटिक मरीजों के लिए सामान्य ब्लड शुगर लेवल के बारे में जानें...

1. खाली पेट (Fasting Blood Sugar Level):

सामान्य: 70 से 99 mg/dL
प्री-डायबिटीज: 100 से 125 mg/dL
डायबिटीज: 126 mg/dL या उससे ज्यादा

खाली पेट ब्लड शुगर का लेवल चेक करना सुबह के समय सबसे अच्छा होता है, जब आपने कम से कम 8 घंटे से कुछ भी नहीं खाया हो. खाली पेट का ब्लड शुगर लेवल आपके शरीर की इंसुलिन के प्रति सेंसिटिविटी को दर्शाता है.

2. ब्रेकफास्ट के बाद (Post-Breakfast Blood Sugar Level):

सामान्य: 140 mg/dL से कम
प्री-डायबिटीज: 140 से 199 mg/dL
डायबिटीज: 200 mg/dL या उससे ज्यादा

ब्रेकफास्ट के बाद ब्लड शुगर लेवल चेक करना यह जानने में मदद करता है कि शरीर खाने के बाद ग्लूकोज को कैसे प्रोसेस कर रहा है. स्वस्थ व्यक्ति में खाना खाने के 1-2 घंटे बाद यह लेवल सामान्य पर लौट आता है.

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3. लंच के बाद (Post-Lunch Blood Sugar Level):

सामान्य: 140 mg/dL से कम
प्री-डायबिटीज: 140 से 199 mg/dL
डायबिटीज: 200 mg/dL या उससे ज्यादा

लंच के बाद ब्लड शुगर लेवल ब्रेकफास्ट के बाद के लेवल के समान ही होना चाहिए. इस समय ब्लड शुगर लेवल अधिक होने पर डायबिटीज का खतरा होता है.

4. डिनर के बाद (Post-Dinner Blood Sugar Level):

सामान्य: 140 mg/dL से कम
प्री-डायबिटीज: 140 से 199 mg/dL
डायबिटीज: 200 mg/dL या उससे अधिक

रात के खाने के बाद का ब्लड शुगर लेवल भी लंच के बाद के लेवल के जैसा ही होता है. ध्यान रखें कि डिनर के बाद का ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रखना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि रात में शरीर की गतिविधियां कम होती हैं, जिससे ब्लड शुगर अधिक बढ़ सकता है.

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सामान्य स्थिति में ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखने के टिप्स:

  • नियमित रूप से व्यायाम करें.
  • स्वस्थ और संतुलित आहार का सेवन करें.
  • मीठे और जंक फूड का सेवन कम करें.

नियमित रूप से ब्लड शुगर की जांच कराएं, खासकर अगर आपका वजन ज्यादा हो, कोई परिवार में डायबिटीज का इतिहास हो, या आपकी उम्र 45 साल से अधिक हो.

3. ब्लड शुगर लेवल की असामान्यता के खतरे

ब्लड शुगर का बहुत ज्यादा बढ़ना (हाइपरग्लाइसीमिया) और बहुत ज्यादा गिरना (हाइपोग्लाइसीमिया) दोनों ही खतरनाक हो सकते हैं. ये शरीर में ऊर्जा का स्तर प्रभावित करने के साथ-साथ कई अंगों पर भी प्रभाव डाल सकते हैं.

हाइपरग्लाइसीमिया (हाई ब्लड शुगर): इससे आंखें, किडनी, नर्व्स और दिल पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है.
हाइपोग्लाइसीमिया (लो ब्लड शुगर लेवल): चक्कर आना, कमजोरी और बेहोशी जैसे लक्षण हो सकते हैं.

सामान्य ब्लड शुगर लेवल बनाए रखना किसी भी व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए अनिवार्य है. सही खानपान, फिजिकल एक्टिविटी और रेगुलर मेडिकल चेकअप से इसे संतुलित रखा जा सकता है. अगर आपको शुगर लेवल से संबंधित कोई चिंता है, तो डॉक्टर से संपर्क करना न भूलें.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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