Sleeping Hours: अक्सर ये कहा जाता है कि अच्छी सेहत के लिए जरूरी है कि नींद पूरी हो. लेकिन क्या घंटों की निश्चित संख्या तय कर ये कहा जा सकता है कि ये हर उम्र के लिए सही है. शायद नहीं. असल में किस के लिए कितनी नींद जरूरी है. ये बात पर्सन टू पर्सन तो अलग अलग हो ही सकती है. उम्र के लिहाज से भी इस मामले में समय का आंकड़ा अलग हो सकता है. इसलिए किस उम्र में कितनी देर की नींद लेना शरीर के लिए जरूरी है ये जान लेना भी बहुत जरूरी है. सिर्फ उम्र ही नहीं नींद की जरूरत बहुत से अलग अलग फेक्टर्स पर निर्भर करती है. लेकिन उम्र को आधार मान कर एक मोटी गाइडलाइन फॉलो की जा सकती है.
एक दिन में कितनी नींद है जरूरी | How many hours sleep in Enough
उम्र के हिसाब से समझें नींद के लिए जरूरी घंटे
- शुरुआत करते हैं चार माह से 12 माह के बच्चों की उम्र से. इस उम्र के बच्चों को करीब 12 से 16 घंटे की नींद चाहिए होती है.
- तीन से पांच साल की उम्र के बच्चों को 11 से 14 घंटे की नींद लेना चाहिए. 6 से लेकर 12 साल तक के बच्चों को रोजाना 9 से 12 घंटे की नींद लेना चाहिए.
- उम्र 13 से 18 साल के बीच की हो तो आठ से दस घंटे की नींद लेना जरूरी है. इस उम्र से आगे की बात हो तो एक स्ट्रेच में सात घंटे की नींद लेना जरूरी है.
इन फैक्टर्स का भी रखें ध्यान
स्लीप क्वालिटी
आप कितने घंटे सो रहे हैं उसके आंकलन के साथ साथ ये समझना भी जरूरी है कि आपकी नींद कैसी है. बार-बार रुक-रुक कर नींद आ रही है तो उसे अच्छी नींद नहीं माना जा सकता. नींद के घंटों की तरह नींद की क्वालिटी भी मैटर करती है.
पहले की नींद की कमी
अगर कुछ दिन लगातार आपकी नींद कम रही हो तो उसकी कमी पूरी करने के लिए ज्यादा घंटे सोना चाहिए.
प्रेगनेंसी
प्रेग्नेंट महिलाओं को हार्मोनल इंबैलेंस और फिजिकल डिसकंफर्ट की वजह से कम नहीं नींद या खराब नींद आ सकती है.
एजिंग
उम्र भी नींद के मामले में एक बड़ा फैक्टर है. उम्र बढ़ने के साथ साथ नींद के घंटे भी कम होते हैं. कई लोगों की नींद बीच बीच में खुलती भी है. उम्र बढ़ने के साथ साथ नींद लगती भी देर से है.
बच्चों में भरपूर नींद के फायदे
बच्चे अगर भरपूर नींद लेते हैं तो वो ज्यादा हेल्दी होते हैं साथ ही उनकी लर्निंग और मेमोरी पर भी अच्छा असर पड़ता है. उनकी मेंटल हेल्थ भी दूसरे के मुकाबले ज्यादा स्ट्रॉन्ग होती है.
बड़ों में नींद के फायदे
अगर 18 साल की उम्र के बाद रोजाना करीब सात घंटे की नींद लेते हैं तो लंबे समय तक हेल्दी रह सकते हैं. नींद पूरी न होने से वजन भी बढ़ने लगता है. डायबिटीज, हाई बीपी, हार्ट डिसीज, स्ट्रोक और डिप्रेशन का खतरा भी बढ़ जाता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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