सिर्फ वजन कम नहीं करता HIIT वर्कआउट, इन फायदों को भी जान लें

हाई इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग आज कल फिटनेस इंडस्ट्री में काफी ट्रेंडिंग एक्सरसाइज फॉर्मेट है जिसे इन दिनों खूब पसंद किया जा रहा है. इसे HIIT वर्कआउट के भी नाम से लोग जानते हैं.

सिर्फ वजन कम नहीं करता HIIT वर्कआउट, इन फायदों को भी जान लें

HIIT मेटाबॉलिक फंक्शन में काफी जल्दी सुधार कर सकता है

हाई इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग आज कल फिटनेस इंडस्ट्री में काफी  ट्रेंडिंग एक्सरसाइज फॉर्मेट है जिसे इन दिनों खूब पसंद किया जा रहा है. इसे HIIT वर्कआउट के भी नाम से लोग जानते हैं. अब अधिकतर जिम में इसे अपनाया जा रहा है. इसे फैशनेबल वर्कआउट भी कहते हैं लेकिन सही मायने तो यह काफी एनर्जेटिक होता है और इसे करने से काफी मात्रा में कैलोरी बर्न की जा सकती हैं.

1. तेजी से कम होता है वजन

इसमें एक निर्धारित समय में कुछ वर्कआउट्स करने होते हैं, खास बात यह है कि इन्हें बिना किसी इक्युपमेंट के भी किया जा सकता है. इन्हें करने के दौरान आपकी हार्ट बीट काफी हाई हो जाती है जिससे कैलोरी बर्न होने के कारण आपका वजन काफी तेजी से कम होता है.

2. मेटाबॉलिक फंक्शन भी होता है बेहतर

HIIT मेटाबॉलिक फंक्शन में काफी जल्दी सुधार कर सकता है जिससे आपकी फिटनेस दुरुस्त रहती है. इस वर्कआउट के लिए ज्यादा टाइम की भी जरूरत नहीं होती. सिर्फ 20 से 25 मिनट के वर्क आउट में आप काफी बेहतर रिजल्ट्स पा सकते हैं.

3. कार्डियो रेस्पिरेट्री फिटनेस

हाई इंटेसिटी वर्कआउट से आपकी कार्डियो रेस्पिरेट्री फिटनेस भी बेहतर हो जाती है. जिससे आपकी ओवरऑल हेल्थ अच्छी रहती है और आप फिट महसूस करते हैं. इस वर्क आउट का बेसिक फंडा  हार्ड ट्रेनिंग, अधिकतम कैपेसिटी, थोड़ा आराम है. इसका फंडे का इस्तेमाल करके इसे दोहराते रहना है. 

4. ये फायदे भी मिलेंगे

अगर इसे सही तरीके से किया जाए तो ये आपके हार्ट की सेहत के लिए भी काफी अच्छा है. इससे आपका स्टेमिना, स्ट्रेन्थ और एंड्यूरेंस समय के साथ काफी बढ़ जाता है जो आपकी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है. इसे करने के लिए ज्यादा इक्यूपमेंट्स की भी जरूरत नहीं होती. इसे कहीं भी कर सकते हैं और जिम जाना जरूरी नहीं है.

HIIT में ये एक्सरसाइज होती हैं शामिल 

हाई इंटेसिटी वर्कआउट में कई तरीके की एक्सरसाइज शामिल होती हैं. इसमें बैटल रोप, टो टच, हाई नी, स्प्रिंट, पुश स्लेम/टायर, बट किक, जंप स्क्वाट, माउंटेन क्लाइंबर्स, प्लैंकक्स, रशियन ट्विस्ट और सिंगल-लेग बर्पी जैसे वर्कआउट्स होते हैं.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है