
Runner Diarrhea in Hindi | Runner Diarrhea Kya hota hai: धावकों का दस्त (Runner's diarrhea) यानी रनर डायरिया, जिसे "रनर ट्रोट्स" (runner's trots) के रूप में भी जाना जाता है, एक आम बीमारी है जो दौड़ के दौरान होती है. अगर आप भी रेगुलर कई किलोमीटर तक दौड़ते हैं, तो आपको भी ये बीमारी हो सकती है. हालांकि ये जानलेवा नहीं होती है, लेकिन कई हद के इंसान को परेशान कर देती है, ऐसे में आइए जानते हैं, इसके लक्षण, इलाज के बारे में.
क्या होता है धावकों का दस्त (Runners' Diarrhea | Kya hota hai Runner Diarrhea)
रनर डायरिया (Runners' Diarrhea) एक ऐसी स्थिति है जो धावकों को दौड़ने के दौरान या बाद में हो सकता है. ये बीमारी ज्यादातर उन लोगों में होती है, जो नियमित रूप से कई किलोमीटर तक दौड़ते हैं. बता दें, इस बीमारी के दौरान धावकों को बार-बार ढीले मल त्याग का अनुभव होता है और उनका पेट खराब हो जाता है. उन्हें बार- बार बाथरूम जाने की जरूरत पड़ती है.
कब और कैसे शुरू होते हैं रनर डायरिया | Runner Diarrhea Kyu hota hai, iske karan kya hain
रनर डायरिया के लक्षण आमतौर पर आपके वर्कआउट के दौरान शुरू हो जाते हैं और आपके दौड़ने के बाद के घंटों तक जारी रह सकते हैं. इस दौरान उनके मल त्याग बंद नहीं होता है, जिससे अन्य समस्या होने की भी संभावना पैदा हो जाती है.
रनर डायरिया के लक्षण | Runner Diarrhea Ke Lakshan | Symptoms of runner's diarrhea
जब भी किसी धावक को रनर डायरिया का एहसास होता है, जो उसे सबसे पहले पेट में गैस, एसिड रिफ्लक्स, मतली, ऐंठन जैसी समस्या पैदा होती है. जिसके बाद पेट चलने यानी मल त्याग बंद नहीं होता है. मेडिकल एक्सपर्ट का मानना है कि ये समस्या कभी-कभी 24 घंटे तक बनी रह सकती है.
रनर डायरिया से होने वाले नुकसान | Runner Diarrhea
रनर डायरिया धावकों द्वारा दौड़ के दौरान या उसके बाद अनुभव की जाने वाली एक आम बीमारी है. वहीं इस बीमारी का सटीक कारण पूरी तरह से समझा नहीं गया है, लेकिन इसे होने से आंतों में कम रक्त प्रवाह, आंत की यांत्रिक हलचल, पोषण संबंधी परेशानी और तनाव/चिंता पैदा होती है. आइए जानते हैं इस बारे में.
- आंतों में रक्त प्रवाह में कमी: व्यायाम के दौरान, शरीर काम करने वाली मांसपेशियों में रक्त प्रवाह को प्राथमिकता देता है, जिससे रक्त पाचन तंत्र से दूर चला जाता है. जिसके बाद कम रक्त प्रवाह पाचन को खराब कर सकता है और संभावित रूप से दस्त का कारण बन सकता है. बता दें, इससे 'इस्केमिया' (Ischemia) नामक स्थिति हो सकती है, जिसमें आंतों को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिलते हैं, जिससे पेट और शरीर को काफी नुकसान पहुंचता है.
- आंत का यांत्रिक ठीक न होना: दौड़ने की क्रिया से आंतरिक अंगों में धक्का लग सकता है, जिससे आंतों का सामान्य कार्य बाधित हो सकता है. यह शारीरिक गतिविधि आंत्र गतिविधि और दस्त को बढ़ाने में योगदान दे सकती है.
कैसे बच सकते हैं रनर डायरिया से, जान लें टिप्स | Runner Diarrhea ko kaise roke
फैटी फूड- अगर आप कई किलोमीटर तक दौड़ने की योजना बना रहे हैं, तो फैटी फूड यानी वे खाद्य पदार्थ होते हैं जिनमें वसा की मात्रा अधिक होती है, उन्हें खाना अवॉइड करें, क्योंकि इन्हें पचाना मुश्किल होता है.
हाइड्रेटेड रहें- रनर डायरिया से बचना है, तो दौड़ने से पहले खुद को हाइड्रेटेड रखें और इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक्स पीएं.
हैवी फूड के बाद न दौड़ें- अगर आपने पेटभर हैवी फूड खाया है, तो 2 से 3 घंटे तक न दौड़े. ऐसा करने से आपके पेट पर काफी असर पड़ेगा. बता दें,दौड़ने से दो घंटे पहले हल्का भोजन या कुछ भी न खाने की सलाह दी जाती है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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