How to Bath a Baby: साफ-सुथरे बच्चे किसे नहीं पसंद. अक्सर नवजात बच्चों को साफ करना मुश्किल काम हो जाता है. एक तो वे नाजुक इतने होते हैं ऊपर से बार-बार नेपी में ही सुसु करने से कई बार उनके पास नमी ज्यादा हो जाती है, जिससे एक अजीब तरह की गंध पैदा होती है. कई बार उन्हें नहलाने से पहले या पहली बार नहलाते (Baby's First Bath) हुए हमें घबराहट होती है. डर लगता है कि कहीं हम कोई गलती न कर बैठें. छोटे बच्चों का पूरा ध्यान रखना होता है. एक बच्चे की मेनटेनेंस (Baby maintenance) अपने आप में बड़ा काम है. बच्चों को नाखून, बाल और नहाने का पूरा ध्यार रखना होता है. ऐसे में माता-पिता अपने नवजात को नहला कर उसकी साफ-सफाई का ध्यान रखते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि नन्हें बच्चों को नहलाते समय किन बातों का रखना चाहिए ख्याल... कई बार हमें पता नहीं होता कि नवजात बच्चे को कैसे नहलाना (How to Bath a Baby?) है और हम उसे नहलाते समय गलतियां (baby bath mistakes) कर बैठते हैं. माना की शिशु बहुत जल्दी गंदे हो जाते हैं, लेकिन कई बार सही तरीके से या सावधानियां न बरत कर उन्हें नहलाने पर यह और बुरा साबित होता है.
चलिए एक नजर उन बातों पर जो एक नन्हें शिशु को नहलाते हुए आपको रखनी चाहिए ध्यान- Tips for Bathing a Newborn
1. स्टंप से न करें छेड़छाड़
Bathing a Newborn: नवजात को नहलाते समय ध्यान रखना बहुत जरूरी है.
बच्चे के जन्म के बाद उसकी नाभी से जुड़ी प्लेसेंटा की कोड को काट कर अलग किया जाता है. इसके बाद बच्चे की नाभि के पास बचे कोड के भाग को स्पंट लगा कर खून के बहाव का रोका जाता है. जैसे जैसे बच्चा बड़ा होता है यह स्टंप सूख कर खुद ही गिर जाता है. लेकिन नवजात को नहलाते समय इसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है. उसे ज्यादा न छेड़ें और खुद से हटाने की कोशिश तो बिलकुल भी न करें. ताजा स्टंप पर पानी ड़ालने से भी बचना चाहिए. उसके आसपास के भाग को कॉटन से सावधानी से साफ करें.
2. वर्निक्स है जरूरी
Bathing a Newborn: वर्निक्स जन्म के बाद बच्चे की त्वचा के लिए प्राकृतिक कोट का काम करता है.
जब बच्चा जन्म लेता है, तो उसकी त्वचा पर एक चिकना और सफ़ेद पदार्थ होता है. इसे वर्निक्स कहते हैं. यह आपके बच्चे की त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद है. वर्निक्स को बच्चे के जन्म के कम से कम छह घंटे बाद तक उसके शरीर पर रखें. वर्निक्स जन्म के बाद बच्चे की त्वचा के लिए प्राकृतिक कोट का काम करता है.
3. बहुत गर्म पानी से करें परहेज
Bathing a Newborn: बच्चे को नहलाने से पहले पानी को अपने हाथ पर ड़ालकर देख लें कि वह ज्यादा गर्म तो नहीं है.
क्योंकि नवजात बच्चे की त्वचा बहुत सेंसिटिव होती है, इसलिए उसे बहुत गर्म पानी से न नहलाएं. इससे बच्चे की त्वचा पर रैशेस हो सकते हैं. बच्चे को नहलाने से पहले पानी को अपने हाथ पर ड़ालकर देख लें कि वह ज्यादा गर्म तो नहीं है. उसके बाद ही बच्चे को नहलाएं.
4. उत्पादों का सही इस्तेमाल
Bathing a Newborn: बच्चे की त्वचा बहुत कोमल होती है, उस पर अधिक उत्पादों का इस्तेमाल करने से उसे नुकसान पहुंच सकता है.
हर माता पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा अच्छा दिखे. कई बार इसलिए ही वे शिशु उत्पादों का अधिक इस्तेमाल भी कर लेते हैं. लेकिन इस आदत से बचने की जरूरत है. हालांकि कुछ चीजों का इस्तेमाल तो जरूरी होता है, लेकिन कई चीजें हम बस यूं ही ले लेते हैं. बच्चे की त्वचा बहुत कोमल होती है, उस पर अधिक उत्पादों का इस्तेमाल करने से उसे नुकसान पहुंच सकता है.
5. बार-बार नहलाना
Bathing a Newborn: बच्चे को रोज नहाने की आदत हो.
माना कि आप अपने बच्चे को अच्छी आदतें ड़ालना चाहते हैं और इन्हीं आदतों में से एक ही बच्चे को रोज नहाने की आदत हो. लेकिन यह आदत ड़ालने के लिए अभी आपको पास बहुत समय है. नवजात को रोज-रोज नहलाना जरूरी नहीं. आप उन्हें साफ़ करने के लिए बेबी वाइप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं. ज्यादा बार या बार-बार नहलाने से बच्चे की त्वचा पर मौजूद कोट को नुकसान पहुंच सकता है.
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