
Baby Oil Massage: जब भी किसी घर में बच्चा पैदा होता है तो कुछ ही दिन बाद उसकी जबरदस्त मालिश शुरू हो जाती है. गांव और छोटे शहरों में रहने वाले लोग जिस तरह बच्चों की मालिश करते हैं, उसे देखकर कई लोग हैरान रह जाते हैं. हालांकि नवजात बच्चों की मालिश करने का सही तरीका आपको पता होना जरूरी है, ऐसा नहीं होने पर बच्चे को नुकसान हो सकता है और उसके विकास पर भी असर पड़ सकता है. आज हम आपको बता रहे हैं कि कैसे नवजात शिशु की मालिश करें और इस दौरान किन चीजों का ध्यान देना जरूरी है.
इन चीजों का रखना होता है खयाल
मालिश करने से पहले आपको कई चीजों का खयाल रखना जरूरी होता है. सबसे पहले कोशिश करें कि दिन में ही बच्चे की मालिश हो. कई लोग रात में बच्चे की मालिश करते हैं, लेकिन ऐसा करना ठीक नहीं है. नहाने से ठीक पहले बच्चे की मालिश शुरू करनी चाहिए.
- मालिश करने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लें और उन्हें रगड़कर गर्म भी कर लें, इससे बच्चे को परेशानी नहीं होगी.
- इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि दूध पिलाने के तुरंत बाद बच्चे की मालिश न करें. ऐसा करने से पाचन पर असर पड़ सकता है.
- ध्यान रहे कि बच्चे की मालिश करते हुए कमरे का टेंपरेचर 24 या फिर 26 डिग्री तक हो. जिससे बच्चे को ठंड न लगे.
- मालिश के लिए सही तेल का चुनाव भी काफी जरूरी है. बिना फ्रेग्रेंस वाले तेल का इस्तेमाल करें, साथ ही आप नेचुरल ऑयल जैसे- नारियल तेल, बादाम या जैतून का तेल भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
- मालिश के दौरान बच्चे के मूड को समझना भी जरूरी है, अगर बच्चा ज्यादा रो रहा है या फिर चिड़चिड़ा हो रहा है तो जबरदस्ती मालिश करने से बचें.
- मालिश के दौरान आप बच्चे के साथ बाचतीत कर सकती हैं, साथ ही उसका पसंदीदा गाना भी गुनगुना सकती हैं. इससे पूरा प्रोसेस काफी आसान हो जाएगा.
क्या है मालिश का सही तरीका?
अब आपको ये पता तो चल गया है कि मालिश करते हुए क्या-क्या सावधानी बरतनी हैं, लेकिन मालिश का तरीका भी आपको पता होना चाहिए. मालिश हमेशा पैरों से शुरू करें, इसके लिए अपने हाथों पर तेल डालें और उसे रगड़कर थोड़ा गर्म करें. नवजात बच्चे की टांग उठाकर ऊपर से नीचे की तरफ मालिश करें. पैरों की उंगलियों और तलवों पर भी अंगूठे की मदद से मसाज करें. इसके बाद बच्चे को पीठ की बल लिटाकर पेट पर हल्के हाथ से मालिश करें. पाचन के लिए आप दोनों पैरों को उठाकर पेट की तरफ धीरे से मोड़ सकते हैं. इसके बाद छाती पर मालिश करें. कंधे से लेकर नीचे की तरफ मालिश करना शुरू करें. ठीक इसी तरह हाथों और पीठ की भी मालिश करें. चाहें तो चेहरे और माथे पर भी हल्के हाथों से मालिश कर सकते हैं.
कब नहीं करनी चाहिए मालिश?
ये जरूरी नहीं है कि आप रोजाना बच्चे की मालिश करें. अगर बच्चा बीमार है या फिर उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो आप मालिश करने से बचें. इसके अलावा अगर बच्चे को टीका लगा है तो इसके तुरंत बाद भी मालिश नहीं करनी चाहिए. जिन बच्चों की नाभि पूरी तरह से ठीक नहीं हुई हो, उन्हें भी मालिश नहीं करनी चाहिए.
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