खास बातें
- भाजपा में एक नया तूफान उठाते हुए राम जेठमलानी ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करने की जोरदार हिमायत की है।
नई दिल्ली: भाजपा में एक नया तूफान उठाते हुए राम जेठमलानी ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करने की जोरदार हिमायत की है।
भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी को भेजे एक पत्र में वरिष्ठ वकील ने कहा कि पार्टी को अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करनी चाहिए ताकि मतदाताओं को 2014 के चुनाव प्रचार से पूर्व अपने पक्ष में किया जा सके।
राज्यसभा सदस्य जेठमलानी ने अपने दो पन्ने के पत्र में लिखा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि यह चुनाव मुश्किल है, मैं नरेन्द्र मोदी को चाहूंगा, जिनकी ईमानदारी और प्रशासनिक क्षमता असंदिग्ध है।’’ पार्टी ने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का मुद्दा फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल रखा है क्योंकि इस पद के कई दावेदार हैं। मोदी के पक्ष में जेठमलानी ने लिखा, ‘‘उन्हें दुष्ट कुप्रचार का शिकार बनाया गया, जिसका मकसद उन्हें अल्पसंख्यक विरोधी साबित करना था। यह बिना बात का धब्बा हटाना आसान है। खुद को इस पद का उम्मीदवार मानने वाला हर व्यक्ति संजीदगी से अपने गरेबान में झांके और अपनी कमियां खुद ही ढूंढ़े।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या गडकरी भी प्रधानमंत्री की दौड़ में हैं, जेठमलानी ने कहा, ‘‘व्यक्तिगत रूप से मैं सोचता हूं कि मैं मोदी को पसंद करूंगा।’’ अपने सुझावों की श्रृंखला में एक कदम और आगे बढ़ते हुए जेठमलानी ने कहा कि मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के साथ ही पार्टी को अपना छाया मंत्रिमंडल भी पहले से ही बना लेना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘दरअसल एक छाया मंत्रिमंडल को इस स्पष्ट संकल्प के साथ पेश किया जाना चाहिए कि हमारे मंत्रिमंडल का एक तिहाई हिस्सा अपने अपने क्षेत्र के महारथियों के गैर पार्टी लोगों का होगा, जिनकी ईमानदारी और विद्वता असंदिग्ध होगी। यह ऐसे लोग होंगे, जिनके लिए प्रथमत: राज्यसभा की अवधारणा रची गई थी।’’
जेठमलानी ने कहा, ‘‘इससे निराश लोगों का दिल जल सकता है, लेकिन मतदाताओं को अनिश्चय में रखने की बजाय इस स्थिति का सामना करना ज्यादा मुनासिब होगा।’’ उन्होंने कहा कि अगले दो वर्ष में भाजपा का चुनाव प्रचार सत्तारूढ़ पार्टी के भ्रष्टाचार को जनता के सामने लाने पर केंद्रित होगा, जिससे अधिकतम मतदाताओं को लुभाया जा सकेगा।
काले धन के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी अफवाहें फैलाई जा रही हैं कि हमारे कुछ उभरते हुए नेताओं ने ऐसा ऐलान किया है कि ‘‘काला धन कोई मुद्दा नहीं है और हमारे प्रवक्ताओं को यह निर्देश दिया गया है कि वह सार्वजनिक रूप से इस मामले पर जोर न दें।’’