भारतीय फुटबाल टीम ने 16 साल बाद अंडर-16 एएफसी कप के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है. भारतीय अंडर-16 टीम ने वीरवार को इंडोनेशिया के साथ गोलरहित ड्रॉ खेल अंतिम-8 में जगह बनाई. इससे पहले भारत का इस टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2002 में आया था जहां भारत ने ग्रुप दौर का अंत चार अंकों के साथ किया था. इस ड्रॉ के साथ भारत ग्रुप-सी में दूसरे स्थान पर रहा. उसने तीन मैच खेलने के बाद पांच अंक हासिल किए। अगले दौर में भारत का सामना दक्षिण कोरिया से होगा.
Congratulations to our U16 boys as they have qualified to the quarter-finals of the Continental Championship after 16 long years. #StarsOfTomorrow #WeAreIndia #BackTheBlue #Indianfootball pic.twitter.com/6jsNBKdSrU
— Indian Football Team (@IndianFootball) September 27, 2018
मैच के बाद टीम के कोच बिबियानो फर्नाडेस ने कहा कि हम आज जहां पहुंचे हैं, वहां तक पहुंचे में हमने काफी मेहनत की है. हम ग्रुप दौर में अपने प्रदर्शन से काफी खुश हैं. खिलाड़ियों ने मैदान पर अपना सौ फीसदी दिया और हमने अपनी रणनीति के हिसाब से ही खेल खेला. क्वार्टर फाइनल में जाने पर कोच ने कहा कि हमारे लिए यह विशेष मौका है. इसका श्रेय मेरे पूरे स्टाफ को जाता है. उन प्रशिक्षकों को भी जिन्होंने जमीनी स्तर पर इन खिलाड़ियों को लेकर मेहनत की और मेरे खिलाड़ियों को भी जिन्होंने दिन-रात मेहनत की. इंडोनेशिया ने पहले हाफ में शानदार खेल खेला, लेकिन उसके खिलाड़ी गोल के सामने अपने मौकों को अंजाम तक नहीं पहुंचा पाए. भारत के बेहतरीन डिफेंस ने उन्हें गोल से महरूम रखा.
What a proud moment for India! @IndianFootball qualifies for AFC U-16 quarterfinals for the first time in 16 years!
— Rajyavardhan Rathore (@Ra_THORe) September 28, 2018
Best wishes to our talented bright youngsters for their future matches! This is a very promising result for Indian football.@abhiy10 https://t.co/XThHoyMEHl
यह भी पढ़ें: इस वजह से जर्मनी के स्ट्राइकर मारियो गोमेज ने फुटबॉल को कहा अलविदा
भारत ने आक्रामक शुरुआत की और छठे मिनट में ही बढ़त बनाने की कोशिश की. काउंटर अटैक पर विक्रम प्रताप ने हेडर लिया जो गोलपोस्ट के काफी करीब से बाहर चला गया. 20वें मिनट में भारत के पास गोल करने का स्वर्णिम मौका आया, लेकिन रिकी शाबोंग का बॉक्स के अंदर से लगाया गया शॉट इंडोनेशिया के डिफेंडर से टकरा कर बाहर चला गया. इंडोनेशिया के पास गेंद अधिकतर समय रही, बावजूद इसके भारतीय गोलकीपर नीरज कुमार को पहली बार परेशानी 27वें मिनट में हुई. उन्होंने इस मौके पर इंडोनेशिया को गोल नहीं करने दिया.
VIDEO: इस साल फ्रांस, क्रोएशिया को हराकर विश्व चैंपियन बना था. पहले हाफ में दोनों टीमों के हिस्से एक भी गोल नहीं था. दूसरे हाफ में भारत के पास 63वें मिनट में गोल करने का एक और मौका आया। डी मेलो इस समय अकेले खड़े थे लेकिन वह इस मौके को भुना नहीं पाए. इस हाफ में गेंद इंडोनेशिया के हिस्से ज्यादा थी लेकिन वह गोल करने के मौके नहीं बना पा रही थी। भारत के पास 72वें मिनट में भी गोल करने का मौका आया लेकिन इस बार भी रिकी चूक गए.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं