लंदन:
बूढ़े लोग, ख़ासतौर से ज़्यादा उम्र वाली महिलाएं अगर अपने आहार में कैल्शियम की उच्च मात्रा ले रही हैं, तो वे दिल की बीमारियों के जोखिम को कम कर सकती हैं। हालांकि, कैल्शियम युक्त आहार स्ट्रोक और फ्रैक्चर में कारगर नहीं है।
दक्षिण कोरिया की सियोल स्थित सियोल नैशनल यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में हुए अध्ययन की मुख्य लेखिका सुंग हाय कांग ने बताया कि “इस शोध में हमारा उद्देश्य इंसानों में कैल्शियम की उच्च मात्रा से दिल की बीमारियों के जोखिम को कम करना है”।
शोधकर्ताओं ने इसे साबित करने के लिए कोरिया के साल 2001 में शुरु हुई एनसंग एंड एनसन कोहोर्ट अध्ययन के प्रतिभागियों पर अध्ययन किया। इस अध्ययन के दौरान सभी प्रतिभागियों से एक प्रश्नावली के माध्यम से समय-समय पर उनसे उनकी भोजन संबंधी जानकारियां ली गई।
इसके अलावा हर दो साल के अंतर में उनकी दिल की बीमारियों, स्ट्रोक और फ्रैक्चर की घटनाओं की भी जानकारियां दर्ज की गई। शोधकर्ताओं ने पाया कि “बूढ़ी महिलाएं, अगर अपने आहार में कैल्शियम की उच्च मात्रा लें, तो वे दिल की बीमारियों को कम करने में सफल हो सकती हैं”।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
दक्षिण कोरिया की सियोल स्थित सियोल नैशनल यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में हुए अध्ययन की मुख्य लेखिका सुंग हाय कांग ने बताया कि “इस शोध में हमारा उद्देश्य इंसानों में कैल्शियम की उच्च मात्रा से दिल की बीमारियों के जोखिम को कम करना है”।
शोधकर्ताओं ने इसे साबित करने के लिए कोरिया के साल 2001 में शुरु हुई एनसंग एंड एनसन कोहोर्ट अध्ययन के प्रतिभागियों पर अध्ययन किया। इस अध्ययन के दौरान सभी प्रतिभागियों से एक प्रश्नावली के माध्यम से समय-समय पर उनसे उनकी भोजन संबंधी जानकारियां ली गई।
इसके अलावा हर दो साल के अंतर में उनकी दिल की बीमारियों, स्ट्रोक और फ्रैक्चर की घटनाओं की भी जानकारियां दर्ज की गई। शोधकर्ताओं ने पाया कि “बूढ़ी महिलाएं, अगर अपने आहार में कैल्शियम की उच्च मात्रा लें, तो वे दिल की बीमारियों को कम करने में सफल हो सकती हैं”।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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