हनी सिंह (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
एक समय तक धूम मचाने और रंग जमाने वाले रैपर और सिंगर यो यो हनी सिंह पिछले 18 महीने यानी डेढ़ साल तक कहां थे? इस सवाल का जवाब महीनों से तमाम कयासों के बीच झूलता रहा। यह भी कयास लगाए गए कि वह ड्रग एडिक्शन का इलाज करवाने के लिए रिहैबिलिटेशन सेंटर में हैं। 2014 में अचानक अपने सार्वजानिक जीवन से गायब हुए हनी सिंह 'लौट' आए हैं। और, वह इस बीच कहां थे, इस बारे में उनसे बेहतर कोई नहीं बता सकता।
उन्होंने कहा था- मैं जरूर बताऊंगा अपनी कहानी...
हालांकि पिछले साल रितिक रोशन और सोनम कपूर पर फिल्माए गए रीमेक गीत- धीरे धीरे से मेरी जिन्दगी में आना- का प्रॉजेक्ट उन्होंने किया जो खासा पसंद भी किया गया। कुछ ही दिन पहले हनी सिंह ने पीटीआई न्यूज एजेंसी से कहा था- मैं जल्द ही एक इंटरव्यू देकर आपको अपनी पूरी कहानी बताऊंगा कि क्या हुआ था मेरे साथ।
32 साल के इस सुपर-सिलेब्रिटी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में बताया कि वह किसी लत के शिकार हो कर अस्थायी रूप से रिटायर नहीं हुए थे बल्कि बाइपोलर डिस्ऑर्डर (bipolar disorder) से जूझ रहे थे।
18 महीने तक बाइपोलर डिस्ऑर्डर से जूझ रहे थे..
ह्रदेश यानी की हनी सिंह ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा- वे 18 महीने मेरी जिन्दगी का सबसे काला फेज़ था। मैं इस हालत में नहीं था किसी से बात कर पाता। मैं इस दौरान पूरे समय नोएडा में अपने घर में रहा। सचाई यह है कि मैं बाइपोलर डिस्ऑर्डर से पीड़ित था। इसका इलाज 18 महीने तक चला.. इस बीच मैंने चार डॉक्टर बदले, दवाएं मुझ पर काम नहीं कर रही थीं और अजीब अजीब सी चीजें मेरे साथ हो रही थीं। मैं स्वीकार करता हूं कि मैं बाइपोलर होने का साथ शराबी भी था जिसकी वजह से हालात ज्यादा बिगड़ गए।
हनी सिंह ने बताया- एक वक्त ऐसा था जब मुझे लगता था कि मैं इस डार्कनेस में हमेशा हमेशा के लिए हूं। मैंने खुद को सबसे काट लिया था... कमरे से बाहर नहीं निकलता था.. दाढ़ी बढ़ आई थी और महीनों मैंने बाल नहीं कटवाए। एक इंसान जिसने 20 हजार लोगों के सामने परफॉर्म किया हो, सोचिए वह 4-5 लोगों को भी फेस नहीं कर पाता था। बाइपोलर डिस्ऑर्डर यही सब करता है आपके साथ।
नींद की गोलियां तक असर नहीं करती थीं...
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में हनी सिंह ने कहा- मैंने उस दौरान 50-60 कविताएं लिखीं। ये सब खुली शायरी जैसी हैं इसलिए इन्हेंमैं गानों में तब्दील नहीं कर सकता। एक रात जब नींद की गोलियां खाने के बाद मैं सो नहीं पाया तो मैंने राइज़ एंड शाइन नामक एक गाना लिखा और कंपोज किया.. यह सब देखकर मैं मां रो पड़ीं। वही एक इकलौता कारण हैं कि मैं आज यहां हूं।
और भी सिलेब्रिटीज रहे रोग की चपेट में...
हनी सिंह.. दीपिका पादुकोण... उन चुनिंदा सिलेब्रिटीज में से हैं जिन्होंने खुद को हुए मानासिक रोगों के बारे में सार्वजनिक बातचीत की। दीपिका ने डिप्रेशन को लेकर पब्लिकली काफी कुछ विमर्श किया और अब वह दूसरों की मदद के लिए एक फाउंडेशन चलाती हैं। वरुण धवन ने भी बताया था कि बदलापुर फिल्म की शूटिंग के दौरान वह डिप्रेशन में थे। टीवी स्टार शमा सिकंदर ने भी एक इंटरव्यू में कहा था कि वह चार साल पहले बाइपोलर डिसऑर्डर की शिकार रहीं।
हनी सिंह की फिल्म जोरावर 6 मई को रिलीज होने वाली है और वह इसे लेकर काफी उत्साहित हैं।
उन्होंने कहा था- मैं जरूर बताऊंगा अपनी कहानी...
हालांकि पिछले साल रितिक रोशन और सोनम कपूर पर फिल्माए गए रीमेक गीत- धीरे धीरे से मेरी जिन्दगी में आना- का प्रॉजेक्ट उन्होंने किया जो खासा पसंद भी किया गया। कुछ ही दिन पहले हनी सिंह ने पीटीआई न्यूज एजेंसी से कहा था- मैं जल्द ही एक इंटरव्यू देकर आपको अपनी पूरी कहानी बताऊंगा कि क्या हुआ था मेरे साथ।
32 साल के इस सुपर-सिलेब्रिटी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में बताया कि वह किसी लत के शिकार हो कर अस्थायी रूप से रिटायर नहीं हुए थे बल्कि बाइपोलर डिस्ऑर्डर (bipolar disorder) से जूझ रहे थे।
18 महीने तक बाइपोलर डिस्ऑर्डर से जूझ रहे थे..
ह्रदेश यानी की हनी सिंह ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा- वे 18 महीने मेरी जिन्दगी का सबसे काला फेज़ था। मैं इस हालत में नहीं था किसी से बात कर पाता। मैं इस दौरान पूरे समय नोएडा में अपने घर में रहा। सचाई यह है कि मैं बाइपोलर डिस्ऑर्डर से पीड़ित था। इसका इलाज 18 महीने तक चला.. इस बीच मैंने चार डॉक्टर बदले, दवाएं मुझ पर काम नहीं कर रही थीं और अजीब अजीब सी चीजें मेरे साथ हो रही थीं। मैं स्वीकार करता हूं कि मैं बाइपोलर होने का साथ शराबी भी था जिसकी वजह से हालात ज्यादा बिगड़ गए।
हनी सिंह ने बताया- एक वक्त ऐसा था जब मुझे लगता था कि मैं इस डार्कनेस में हमेशा हमेशा के लिए हूं। मैंने खुद को सबसे काट लिया था... कमरे से बाहर नहीं निकलता था.. दाढ़ी बढ़ आई थी और महीनों मैंने बाल नहीं कटवाए। एक इंसान जिसने 20 हजार लोगों के सामने परफॉर्म किया हो, सोचिए वह 4-5 लोगों को भी फेस नहीं कर पाता था। बाइपोलर डिस्ऑर्डर यही सब करता है आपके साथ।
नींद की गोलियां तक असर नहीं करती थीं...
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में हनी सिंह ने कहा- मैंने उस दौरान 50-60 कविताएं लिखीं। ये सब खुली शायरी जैसी हैं इसलिए इन्हेंमैं गानों में तब्दील नहीं कर सकता। एक रात जब नींद की गोलियां खाने के बाद मैं सो नहीं पाया तो मैंने राइज़ एंड शाइन नामक एक गाना लिखा और कंपोज किया.. यह सब देखकर मैं मां रो पड़ीं। वही एक इकलौता कारण हैं कि मैं आज यहां हूं।
और भी सिलेब्रिटीज रहे रोग की चपेट में...
हनी सिंह.. दीपिका पादुकोण... उन चुनिंदा सिलेब्रिटीज में से हैं जिन्होंने खुद को हुए मानासिक रोगों के बारे में सार्वजनिक बातचीत की। दीपिका ने डिप्रेशन को लेकर पब्लिकली काफी कुछ विमर्श किया और अब वह दूसरों की मदद के लिए एक फाउंडेशन चलाती हैं। वरुण धवन ने भी बताया था कि बदलापुर फिल्म की शूटिंग के दौरान वह डिप्रेशन में थे। टीवी स्टार शमा सिकंदर ने भी एक इंटरव्यू में कहा था कि वह चार साल पहले बाइपोलर डिसऑर्डर की शिकार रहीं।
हनी सिंह की फिल्म जोरावर 6 मई को रिलीज होने वाली है और वह इसे लेकर काफी उत्साहित हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
हनी सिंह, यो यो हनी सिंह, दीपिका पादुकोण, वरुण धवन, बाइपोलर डिस्ऑर्डर, मानसिक रोगी, Bipolar Disorder, Yo Yo Honey Singh, Deepika Padukone, Varun Dhawan Actor, Mental Illness, Zorawar, जोरावर