बॉलीवुड में छाया उत्तर प्रदेश, हिट होना है तो यहां शूटिंग करो

बॉलीवुड के बीच शूटिंग के लिए हिट हो गया है उत्तर प्रदेश, फिल्में भी हो रही हैं कामयाब

बॉलीवुड में छाया उत्तर प्रदेश, हिट होना है तो यहां शूटिंग करो

उत्तर प्रदेश में शूट हुई फिल्में

खास बातें

  • पिछले कुछ समय से बॉलीवुड में हॉट केक है यूपी
  • बाबूमोशाय बंदूकबाज भी यहां हुई है शूट
  • आने वाली कई फिल्में भी यहीं शूट हुई हैं
नई दिल्ली:

इन दिनों बॉक्स ऑफिस पर देसी फिल्मों का दौर है. पिछले हफ्ते टॉयलेट...रिलीज हुई थी जो मथुरी की कहानी थी तो इस हफ्ते 'बरेली की बर्फी' रिलीज हो रही है, नाम से जाहिर है फिल्म में बरेली का बैकग्राउंड है. यानी उत्तर प्रदेश पूरी तरह से बॉलीवुड में छाया हुआ है. कुछ हद तक तो ऐसा लगने लगा है कि फिल्म हिट करने का सूत्र बन गया है उत्तर प्रदेश क्योंकि इस साल की बड़ी हिट ‘जॉली एलएलबी-2’ लखनऊ में शूट हुई थी तो पिछले साल की ‘सुल्तान’ की शूटिंग भी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हुई थी. 'बरेली की बर्फी' की डायरेक्टर अश्विनी अय्यर तिवारी की पिछली फिल्म ‘निल बटे सन्नाटा’ आगरा में शूट हुई थी. 2015 की सबसे बड़ी हिट फिल्मों से एक ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’ की शूटिंग कानपुर में हुई थी. चटपटी मसालेदार फिल्मों के अलावा अवार्ड विनिंग फिल्में जैसी 'अलीगढ़', 'मसान', 'मुक्ति भवन' जैसी फिल्में भी उत्तर प्रदेश में ही शूट हुई हैं. इस तरह उत्तर प्रदेश हर तरह के सिनेमा के लिए हॉट केक बना हुआ है. 

आने वाले दिनों में बॉक्स ऑफिस पर रहेगी यूपी की धमक 
आने वाली फिल्मों की बात करें तो इसमें संजय दत्त की ‘भूमि’ की शूटिंग भी आगरा में हुई है. फरहान अख्तर की फिल्म ‘लखनऊ सेंट्रल’ के नाम से जाहिर है कि फिल्म की शूटिंग लखनऊ में हुई है. इसी तरह ओम पुरी की आखिरी फिल्म 'मिस्टर कबाड़ी’ की शूटिंग भी लखनऊ में हुई है. ‘बाबूमोशाय बंदूकबाज’ की शूटिंग का एक बड़ा हिस्सा उत्तर प्रदेश में हुआ है. खबरों पर यकीन करें तो आनंद एल. राय की अगली फिल्म जिसमें कटरीना कैफ और शाहरुख खान लीड में हैं, उसकी शूटिंग भी उत्तर प्रदेश में होगी. 

क्यों हॉट केक है यूपी
अखिलेश सरकार में बॉलीवुड के लिए चीजों को आसान बनाने की कोशिश की गई थी. जिसमें सिंगल विंडो सिस्टम रखा गया था और फिल्मों के लिए सब्सिडी की घोषणा भी की गई थी. जिसके बाद बाद बॉलीवुड ने खुले दिल से उत्तर प्रदेश को गले लगाया. हालांकि फिल्म विश्लेषक मानते हैं कि मुंबई में यूनियनबाजी और फिल्ममेकिंग से जुड़ी अन्य चीजों के महंगे होने की वजह से भी मुंबई इंडस्ट्री को एक ऐसी जगह की तलाश थी जहां वह सुकून और सीमित बजट में काम कर सके. उत्तर प्रदेश ने लुभावनी योजनाओं के जरिये इस कमी को पूरा कर दिया. हालांकि उत्तर प्रदेश में लोकेशंस भी ढेरों जो फिल्म इंडस्ट्री को जमती है, और फिर ऑडियंस का एक बड़ा तबका भी वहीं से आता है.


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