खास बातें
- टीवी एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी ने दिया सोनू निगम का साथ
- टीवी एक्टर अली गोनी को नहीं पसंद आया सोनू निगम का ट्वीट
- अजान पर लिखे अपने ट्वीट्स के चलते विवादों में घिरे थे सोनू निगम
नई दिल्ली: सोनू निगम के अजान से संबंधित ट्वीट पर बॉलीवुड के कई लोगों ने अपनी राय रखी. कुछ लोग सोनू के साथ खड़े हैं तो कुछ उनकी इस बात का विरोध करते नजर आ रहे हैं. ऐसे में टीवी के प्रसिद्ध 'देवर-भाभी' यानी एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी और एक्टर अली गोनी सोनू के इस विवाद पर एक दूसरे से बिलकुल अलग राय रखते हैं. दिव्यांका त्रिपाठी ने जहां सोनू निगम की बात पर अपनी सहमति जतायी और इसे धार्मिक नहीं बल्कि एक नागरिक विषय बताया है तो वहीं अली गोनी को सोनू की यह बात पसंद नहीं आई है. बता दें एकता कपूर के सीरियल 'ये हैं मोहब्बतें' में दिव्यांका त्रिपाठी दहिया, ईशिता भल्ला का और अली गोनी उनके देवर यानी रोमी भल्ला का किरदार निभाते हैं. सोनू के इस ट्वीट से अली काफी आहत हुए हैं.
सोनू निगम ने इस सोमवार को सुबह-सुबह अजान से नींद टूटने को लेकर ट्वीट किए थे जिसके बाद उनके ट्वीट को इस्लाम विरोधी मानकर देखा जा रहा था. सोनू के इसी ट्वीट पर बढ़े विवाद पर पश्चिम बंगाल के एक मौलवी ने सोनू निगम का सिर मुंडवाने का फतवा निकाल दिया था. इसी फतवे के विरोध में सोनू निगम ने बुधवार को अपना सिर मुंडवा लिया था.
सोनू के सिर मुंडवाने के बाद दिव्यांका त्रिपाठी ने उनका समर्थन करते हुए ट्वीट किया, 'स्पीकर्स को संयमित करना सभी के लिए जरूरी है. मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारों और चर्च सभी के लिए एक तरह के नियम होने चाहिए. यह सिविक ईशू है धार्मिक नहीं.'
वहीं एक्टर अली गोनी को अपनी ऑनस्क्रीन भाभी की बात सही नहीं लगती. अली गोनी ने सोनू निगम के ट्वीट पर गुस्सा जताते हुए
पिंकविला को बताया, 'मैं मंदिरों के शहर में ही पैदा हुआ हूं. जम्मू में मेरे घर के आसपास कई मंदिर थे. हर सुबह मंदिरों में बहुत सारी घंटियों और भजन के साथ सुबह की आरती होती थी और वहीं मेरे जगने के लिए मेरा आलर्म थीं. मैं हर सुबह ऐसी साकारात्मक ऊर्जा के साथ उठकर काफी अच्छा महसूस करता था.' अली ने कहा, 'मुझे आज भी याद है जब माता का जागरण होता था तो सुबह अजान के समय वह 5 मिनट के लिए वह रोक दिया जाता था ताकि अजान शांतिपूर्वक हो जाए. मुझे नहीं लगता कि उनके जैसी शख्सियत को ऐसी बात कहनी चाहिए.
सोनू निगम ने सोमवार सुबह ट्वीट किया था कि उनकी नींद अजान की वजह से टूट गई. इसके बाद उन्होंने मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारों में भक्ति के नाम पर लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल को गुंडागर्दी बताया था और कहा था कि भारत में धार्मिक जबरदस्ती बंद होनी चाहिए. इसके बाद उन्होंने मंगलवार को कहा कि वह अपनी बात पर अडिग हैं और वह किसी धर्म के खिलाफ नहीं बल्कि धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल के खिलाफ हैं.