महात्मा गांधी की ऐतिहासिक भूमिका निभाने पर ऑस्कर जीतने वाले बेन किंग्सले का कहना है कि उन्होंने यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाई क्योंकि वह एक पिता तुल्य किसी विराट हस्ती का किरदार निभाना चाहते थे।
कॉन्टैक्ट म्यूजिक की खबर के अनुसार, पिता की गैर-मौजूदगी की वजह से मुश्किल बचपन बिताने वाले 70 वर्षीय अभिनेता बेन किंग्सले ने कहा कि वर्ष 1982 में आई फिल्म 'गांधी' में ब्रिटेन के खिलाफ भारत के अहिंसक स्वतंत्रता आंदोलन के नेता का किरदार निभाने से उन्हें अपने पिता की गैर-मौजूदगी के कारण पैदा हुए खालीपन को भरने में मदद मिली।
किंग्सले ने कहा, ''एक समय मुझे लगा कि बापू की ही मुझे जरूरत थी। मुझे आपकी जरूरत है गांधीजी। क्योंकि आप कुछ ऐसे हैं, जिसकी कमी मैंने ताउम्र महसूस की है।''
किंग्सले का बचपन का नाम कृष्णा भानजी है। उन्होंने कहा कि एक अन्य मजबूत किरदार को निभाने से उन्हें अपने जीवन की उस कमी को पूरा करने में मदद मिली, जो कठिन स्थितियों में हुई परवरिश के कारण पैदा हो गई थी।
उन्होंने कहा, 'मैं उस कमी को दरअसल पिताओं के उन किरदारों के जरिए भरता हूं, जिन्हें मैं निभाता हूं। गांधी, इत्जाक स्तर्न, मसूद बेहरानी के किरदार निभाकर, मैं अपने अंदर..छोटे कृष्णा के अंदर मौजूद खालीपन को भर रहा हूं।'
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