मुम्बई:
अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी और प्रशांत नारायण ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा टेलीविजन पर दिखाए जाने वाले आइटम गाने पर सख्ती किए जाने के फैसले का समर्थन किया है। इन दोनों का मानना है कि ये गाने बच्चों को प्रभावित कर सकते हैं।
'भिंडी बाजार' और 'मर्डर-2' जैसी फिल्म में काम कर चुके प्रशांत का मानना है कि फिल्म का वह हिस्सा जो महत्वपूर्ण न हो उस पर प्रतिबंध लगाना उचित है।
प्रशांत ने एक साक्षात्कार में कहा, "अगर लोग सिर्फ आइटम गाने के सहारे अपनी फिल्म बेचना चाहते हैं तो उन पर प्रतिबंध अच्छी बात है। मेरा मानना है कि अगर कोई दृश्य किसी फिल्म का महत्वपूर्ण हिस्सा न हो और जिसे सिर्फ फिल्म के व्यवसाय के लिए इस्तेमाल किया जा रहा हो तो उसे टेलीविजन पर नहीं दिखाना चाहिए।"
दिल्ली में हुए सामूहिक दुष्कर्म के बाद टेलीविजन पर दिखाए जाने वाले दृश्यों को लेकर मिलने वाली शिकायतों के मद्देनजर सेंसर बोर्ड ने आइटम गाने और इसी तरह के दृश्यों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है।
इस बीच, नवाजुद्दीन का मानना है कि ऐसे गाने बच्चों पर नकारात्मक असर डालते हैं और वह सेंसर बोर्ड के कदम को सही ठहराते हैं।
'भिंडी बाजार' और 'मर्डर-2' जैसी फिल्म में काम कर चुके प्रशांत का मानना है कि फिल्म का वह हिस्सा जो महत्वपूर्ण न हो उस पर प्रतिबंध लगाना उचित है।
प्रशांत ने एक साक्षात्कार में कहा, "अगर लोग सिर्फ आइटम गाने के सहारे अपनी फिल्म बेचना चाहते हैं तो उन पर प्रतिबंध अच्छी बात है। मेरा मानना है कि अगर कोई दृश्य किसी फिल्म का महत्वपूर्ण हिस्सा न हो और जिसे सिर्फ फिल्म के व्यवसाय के लिए इस्तेमाल किया जा रहा हो तो उसे टेलीविजन पर नहीं दिखाना चाहिए।"
दिल्ली में हुए सामूहिक दुष्कर्म के बाद टेलीविजन पर दिखाए जाने वाले दृश्यों को लेकर मिलने वाली शिकायतों के मद्देनजर सेंसर बोर्ड ने आइटम गाने और इसी तरह के दृश्यों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है।
इस बीच, नवाजुद्दीन का मानना है कि ऐसे गाने बच्चों पर नकारात्मक असर डालते हैं और वह सेंसर बोर्ड के कदम को सही ठहराते हैं।
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