लॉस एंजिलिस:
दुनियाभर में सुपरहिट रही हॉलीवुड फिल्म शृंखला 'हैरी पॉटर' में नायक की अभिन्न मित्र 'हरमॉयनी ग्रेंजर' की भूमिका निभाकर घर-घर में पहचान बनाने वाली अभिनेत्री एम्मा वॉटसन आजकल काफी परेशान हैं, और उन्हें लगता है, उन्हें अपनी काबिलियत से कहीं ज़्यादा कामयाबी हासिल हुई है।
दरअसल, एम्मा अपनी 'हैरी पॉटर' वाली छवि से बाहर निकलना चाहती हैं, और यही वजह रही कि उन्होंने 'द पर्क्स ऑफ बीइंग ए वॉलफ्लॉवर' और 'द ब्लिंग रिंग' जैसी फिल्मों में अभिनय किया। वह खुद को गंभीर अभिनेत्री के रूप में स्थापित करना चाहती हैं, लेकिन वह अपनी अभिनय क्षमताओं को लेकर अधूरापन महसूस करती हैं।
वेबसाइट डेलीमेल.को.यूके के मुताबिक 23-वर्षीय एम्मा वॉटसन ने 'रुकी' पत्रिका से साक्षात्कार में कहा, "इसे 'इम्पोस्टर सिंड्रोम' कहते हैं... जैसे-जैसे मैं बेहतर करती जाऊंगी, मुझे हमेशा पहले से ज़्यादा यह एहसास सालता रहेगा कि जो कुछ भी कामयाबी मुझे हासिल हुई, मैं उसके काबिल नहीं हूं... मुझे डर लगता रहता है कि अचानक कोई आकर कहेगा कि मैं धोखेबाज हूं, और मैं अपनी किसी भी उपलब्धि के लायक नहीं हूं..."
वैसे एम्मा ने अपने भीतर से 'हरमॉयनी ग्रेंजर' वाली छवि को बाहर निकालने में मदद करने का श्रेय स्टीफन चबोस्की द्वारा निर्देशित 'द पर्क्स ऑफ बीइंग ए वॉलफ्लॉवर' को दिया। एम्मा वॉटसन ने कहा, "हैरी पॉटर के बाद मुझे खुद पर अभिनेत्री के रूप में कतई भरोसा नहीं था... मैं खुशकिस्मत हूं कि अब मुझमें सुधार आया है, लेकिन उन दिनों मुझे किसी ऐसे व्यक्ति की ज़रूरत थी, जो मुझे पर अभिनेता के रूप में विश्वास कर सके, और स्टीफन चबोस्की ने बिल्कुल वैसे ही किया..."
दरअसल, एम्मा अपनी 'हैरी पॉटर' वाली छवि से बाहर निकलना चाहती हैं, और यही वजह रही कि उन्होंने 'द पर्क्स ऑफ बीइंग ए वॉलफ्लॉवर' और 'द ब्लिंग रिंग' जैसी फिल्मों में अभिनय किया। वह खुद को गंभीर अभिनेत्री के रूप में स्थापित करना चाहती हैं, लेकिन वह अपनी अभिनय क्षमताओं को लेकर अधूरापन महसूस करती हैं।
वेबसाइट डेलीमेल.को.यूके के मुताबिक 23-वर्षीय एम्मा वॉटसन ने 'रुकी' पत्रिका से साक्षात्कार में कहा, "इसे 'इम्पोस्टर सिंड्रोम' कहते हैं... जैसे-जैसे मैं बेहतर करती जाऊंगी, मुझे हमेशा पहले से ज़्यादा यह एहसास सालता रहेगा कि जो कुछ भी कामयाबी मुझे हासिल हुई, मैं उसके काबिल नहीं हूं... मुझे डर लगता रहता है कि अचानक कोई आकर कहेगा कि मैं धोखेबाज हूं, और मैं अपनी किसी भी उपलब्धि के लायक नहीं हूं..."
वैसे एम्मा ने अपने भीतर से 'हरमॉयनी ग्रेंजर' वाली छवि को बाहर निकालने में मदद करने का श्रेय स्टीफन चबोस्की द्वारा निर्देशित 'द पर्क्स ऑफ बीइंग ए वॉलफ्लॉवर' को दिया। एम्मा वॉटसन ने कहा, "हैरी पॉटर के बाद मुझे खुद पर अभिनेत्री के रूप में कतई भरोसा नहीं था... मैं खुशकिस्मत हूं कि अब मुझमें सुधार आया है, लेकिन उन दिनों मुझे किसी ऐसे व्यक्ति की ज़रूरत थी, जो मुझे पर अभिनेता के रूप में विश्वास कर सके, और स्टीफन चबोस्की ने बिल्कुल वैसे ही किया..."
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