नई दिल्ली:
आगामी फिल्म 'डैडी' के ट्रेलर के लिए अच्छी प्रतिक्रिया प्राप्त कर रेह राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता अभिनेता अर्जुन रामपाल का कहना है कि एक अभिनेता, निर्माता और सह-लेखक के रूप में वह इस आगामी फिल्म को लेकर रचनात्मक रूप से संतुष्ट हैं. फिल्म 'प्यार इश्क और मोहब्बत' (2001) से बॉलीवुड में आगाज करने वाले अर्जुन ने कई फिल्मों में अभिनय किया है, लेकिन वह पहली बार वास्तविक जीवन पर आधारित फिल्म कर रहे हैं. फिल्म गैंगस्टर अरुण गवली पर है. अर्जुन ने इस अनुभव के बारे में पूछे जाने पर कहा, "मुझे लगता है कि एक अभिनेता के रूप में मैंने किसी भी किरदार को वास्तविक रूप से निभाने की कोशिश की है. चाहे वह 'रॉक ऑन', 'राजनीति' या 'कहानी-2' हो..एक अभिनेता के रूप में मैंने उन किरदरों को उतना वास्तविक रूप में निभाने की कोशिश की है जितना संभव हो सका, लेकिन आप जानते हैं कि यह लेखन और कहानी पर भी निर्भर करता है.'
न्यूज एजेंसी आईएएनएस को उन्होंने बताया, 'इस फिल्म से मुझे सबकुछ मिल गया है, तो इसलिए मैं कहूंगा कि 'डैडी' ने रचनात्मक रूप से मुझे संतुष्ट किया है.' अर्जुन ने यह पूछे जाने पर कि किस वजह से उन्होंने इस फिल्म में काम किया तो उन्होंने कहा कि गवली महाराष्ट्र, खासकर दगड़ी चॉल में अच्छी तरह से जाना जाता है, लेकिन देश के बाकी हिस्सों में नहीं. दूसरी बात, इसकी कहानी ने भी उन्हें आकर्षित किया. अर्जुन के अनुसार, अरुण गवली का अधिकांश समय जेल में बीता, लेकिन उसने फरार होने या भूमिगत होने की कोशिश नहीं की, जैसा कि अन्य गैंगस्टर करते हैं.
हाल ही में अर्जुन रामपाल की इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ है जिसमें अर्जुन के लुक की काफी तारीफ हो रही है. अपने इस लुक को लेकर अर्जुन ने आईएएनएस को हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कहा, 'मेरे लिए सही लुक में दिखना बेहद जरूरी था. एक अभिनेता के रूप में अगर मैं लुक-टेस्ट में फेल हो जाता तो 'डैडी' नहीं करता, इसलिए पटकथा पूरी होने के बाद सबसे डरावना भाग समाने आया.. लुक टेस्ट. मैंने आशिम (अहलुवालिया) को बता दिया था कि अगर मैं लुक-टेस्ट में असफल होता हूं तो भी फिल्म का निमार्ण करूंगा, वह इसका निर्देशन करेंगे और हम अरुण गवली से मिलते-जुलते किसी अन्य अभिनेता को लेंगे.'
फिल्म 'डैडी' एक ऐसे शख्स की कहानी है, जिसने लंबे अर्से तक मुंबई में अपहरण, जबरन धन उगाही करने, सुपारी लेकर हत्या करने में शामिल रहा है और कई बड़े अपराधों को अंजाम दिया है. हमेशा गांधी टोपी पहने नजर आने वाले गवली 2004 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पहली बार विधायक चुने गए और 2009 तक विधायक रहे. 21 जुलाई को रिलीज हो रही है. इस फिल्म में ऐश्वर्या राजेश, निशिकांत कामत, राजेश श्रींगपुरे और आनंद इंगले भी नजर आएंगे.
(इनपुट आईएएनएस से भी)
न्यूज एजेंसी आईएएनएस को उन्होंने बताया, 'इस फिल्म से मुझे सबकुछ मिल गया है, तो इसलिए मैं कहूंगा कि 'डैडी' ने रचनात्मक रूप से मुझे संतुष्ट किया है.' अर्जुन ने यह पूछे जाने पर कि किस वजह से उन्होंने इस फिल्म में काम किया तो उन्होंने कहा कि गवली महाराष्ट्र, खासकर दगड़ी चॉल में अच्छी तरह से जाना जाता है, लेकिन देश के बाकी हिस्सों में नहीं. दूसरी बात, इसकी कहानी ने भी उन्हें आकर्षित किया. अर्जुन के अनुसार, अरुण गवली का अधिकांश समय जेल में बीता, लेकिन उसने फरार होने या भूमिगत होने की कोशिश नहीं की, जैसा कि अन्य गैंगस्टर करते हैं.
हाल ही में अर्जुन रामपाल की इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ है जिसमें अर्जुन के लुक की काफी तारीफ हो रही है. अपने इस लुक को लेकर अर्जुन ने आईएएनएस को हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कहा, 'मेरे लिए सही लुक में दिखना बेहद जरूरी था. एक अभिनेता के रूप में अगर मैं लुक-टेस्ट में फेल हो जाता तो 'डैडी' नहीं करता, इसलिए पटकथा पूरी होने के बाद सबसे डरावना भाग समाने आया.. लुक टेस्ट. मैंने आशिम (अहलुवालिया) को बता दिया था कि अगर मैं लुक-टेस्ट में असफल होता हूं तो भी फिल्म का निमार्ण करूंगा, वह इसका निर्देशन करेंगे और हम अरुण गवली से मिलते-जुलते किसी अन्य अभिनेता को लेंगे.'
फिल्म 'डैडी' एक ऐसे शख्स की कहानी है, जिसने लंबे अर्से तक मुंबई में अपहरण, जबरन धन उगाही करने, सुपारी लेकर हत्या करने में शामिल रहा है और कई बड़े अपराधों को अंजाम दिया है. हमेशा गांधी टोपी पहने नजर आने वाले गवली 2004 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पहली बार विधायक चुने गए और 2009 तक विधायक रहे. 21 जुलाई को रिलीज हो रही है. इस फिल्म में ऐश्वर्या राजेश, निशिकांत कामत, राजेश श्रींगपुरे और आनंद इंगले भी नजर आएंगे.
(इनपुट आईएएनएस से भी)
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